Russia Ukraine war के बीच अमेरिका ने रूस के दो डिप्लोमेट हटाए, मास्को ने किया अमेरिकी राजदूत का निष्कासन

क्रेमलिन ने कहा कि गोर्मन का निष्कासन, जिसे पिछले सप्ताह सार्वजनिक किया गया था, संयुक्त राज्य अमेरिका में रूसी राजनयिकों के खिलाफ पिछले अमेरिकी कार्यों के जवाब में था। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 25, 2022 12:13 AM IST

वाशिंगटन। संयुक्त राज्य अमेरिका (United states of America) ने एक वरिष्ठ अमेरिकी दूत (US envoy) के मास्को (Moscow) के निष्कासन के बाद रूस को जवाब दिया है। अमेरिका ने वाशिंगटन में रूस के नंबर दो राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। यूएस विदेश विभाग के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि मास्को के जवाब में अमेरिका ने यह कदम उठाया है। 

रूसी दूतावास में दूसरे सर्वोच्च रैंकिंग अधिकारी सर्गेई ट्रेपेलकोव को बुधवार को सूचित किया गया था कि वह तत्काल देश छोड़ दें। मॉस्को द्वारा रूस में अमेरिकी मिशन के उप प्रमुख बार्ट गोर्मन को इस महीने की शुरुआत में छोड़ने का आदेश दिया गया है और तत्काल देश छोड़ दें। हालांकि, विदेश विभाग के अधिकारी ने जोर देकर कहा कि निष्कासन यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से संबंधित नहीं था।

क्रेमलिन ने बताया...

क्रेमलिन ने कहा कि गोर्मन का निष्कासन, जिसे पिछले सप्ताह सार्वजनिक किया गया था, संयुक्त राज्य अमेरिका में रूसी राजनयिकों के खिलाफ पिछले अमेरिकी कार्यों के जवाब में था। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि राजनयिकों का सामूहिक निष्कासन और बढ़ता 'वीज़ा युद्ध' हमारी पसंद नहीं है।

रूसी राजनयिकों को वाशिंगटन तीन साल ही रखता

विदेश विभाग के अधिकारी ने कहा कि वाशिंगटन रूसी राजनयिकों को तीन साल से अधिक समय तक संयुक्त राज्य में रहने की अनुमति नहीं देने की नीति रखता है।

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यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर रूस लगातार हमले कर रहा

रूस मिसाइलों से हमला कर यूक्रेन के सैन्य बुनियादी ढांचों को तबाह कर रहा है। गुरुवार तड़के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के पूर्वी डोनबास इलाके में सैन्य कार्रवाई की घोषणा की थी। इसके बाद से यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर रूस लगातार हमले कर रहा है। सैन्य बुनियादी ढांचों, एयर डिफेंस और एयर फोर्स के ठिकानों पर हमले किए जा रहे हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव के अलावा निप्रो और खार्कीव में सेना मुख्यालयों, हवाई पट्टियों और सैन्य वेयरहाउसों पर हमले हुए हैं।

रूस की सेना ने 74 सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं। 30 से अधिक जगहों पर बड़े हमले हुए हैं। राजधानी कीव में रूस की सेना घुस गई है। यूक्रेन के 40 सैनिकों और आम लोगों के मारे जाने की खबर आ रही है। कीव में यूक्रेन का एक फाइटर जेट क्रैश हो गया है। रूस के पैराट्रूपर्स यूक्रेन के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों के पास हवा से उतर रहे हैं और उनपर कब्जा कर रहे हैं। यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस के 50 सैनिक मारे गए हैं।

सोमवार को रूस ने दो देशों को दी थी मान्यता

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को विद्रोहियों के कब्जे वाले यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुगांस्क क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी। इन दोनों को अलग देश के रूप में पुतिन ने मान्यता देते हुए अपने रक्षा मंत्रालय को अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में शांति व्यवस्था का कार्य संभालने का निर्देश दिया।

यह है विवाद की वजह

रूस यूक्रेन की नाटो की सदस्यता का विरोध कर रहा है। लेकिन यूक्रेन की समस्या है कि उसे या तो अमेरिका के साथ होना पड़ेगा या फिर सोवियत संघ जैसे पुराने दौर में लौटना होगा। दोनों सेनाओं के बीच 20-45 किमी की दूरी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन पहले ही रूस को चेता चुके हैं कि अगर उसने यूक्रेन पर हमला किया, तो नतीजे गंभीर होंगे। दूसरी तरफ यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं था। उसके सैनिकों को नाटो की सेनाएं ट्रेनिंग दे रही हैं। अमेरिका को डर है कि अगर रूस से यूक्रेन पर कब्जा कर लिया, तो वो उत्तरी यूरोप की महाशक्ति बनकर उभर आएगा। इससे चीन को शह मिलेगी। यानी वो ताइवान पर कब्जा कर लेगा।

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