
इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री की कुर्सी से हटाए जाने के बाद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने सार्वजनिक रूप से अपने देश की सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के खिलाफ बयान दिए हैं। सेना और आईएसआई से लिए गए बैर के चलते इमरान की जान खतरे में है। एक बार उनपर जानलेवा हमला हो चुका है। उनके पैर में गोली लगी थी। अब इस्लामाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने कहा है कि फिर से उनकी हत्या की कोशिश हो सकती है।
चीफ जस्टिस आमिर फारूक ने शुक्रवार को कहा कि इमरान खान पर फिर से जानलेवा हमला होने का खतरा है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि पूर्व प्रधानमंत्री की जान पर मंडरा रहे खतरे पर संज्ञान ले। इमरान खान की पार्टी पीटीआई (Pakistan Tehreek-e-Insaf) द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़क बंद करने को लेकर कारोबारियों की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने यह टिप्पणी की।
इमरान पर फिर हो सकता है हमला
जज ने कोर्ट में पेश किए गए खुफिया रिपोर्ट के हवाले से कहा कि इमरान खान पर फिर से जानलेवा हमला होने की संभावना है। यह सरकार और राज्य की जिम्मेदारी है कि इस मामले पर ध्यान दे। पीटीआई को लॉन्ग मार्च के लिए इस्लामाबाद प्रशासन से अनुमति मांगने के लिए नया आवेदन देना चाहिए।
कोर्ट ने कहा कि अगर समस्या का हल नहीं होता है तो कोर्ट में नई याचिका लगाई जा सकती है। यह कोर्ट की जिम्मेदारी नहीं है कि किसी पार्टी को धरना देने के लिए जगह अलॉट करे। यह प्रशासन को तय करना है कि वे डी-चौक या एफ-9 पार्क में धरना देने की अनुमति देंगे।
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3 नवंबर को इमरान पर हुआ था हमला
गौरतलब है कि इमरान खान पर 3 नवंबर की शाम पंजाब के वजीराबाद में लॉन्ग मार्च के दौरान हमला हुआ था। उनपर कई गोलियां चलाई गई थी। दाहिने पैर में गोली लगने से इमरान घायल हो गए थे। इमरान खान पाकिस्तान ने जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर लॉन्ग मार्च निकाल रहे हैं। इमरान खान को गोली लगने के बाद लॉन्ग मार्च स्थगित कर दिया गया था। यह फिर से शुरू हो गया है। लॉन्ग मार्च 28 अक्टूबर को लाहौर से शुरू हुआ था। यह इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहा है।
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