PAK में गृहयुद्ध का खतरा: हमले से 2 घंटे पहले इमरान खान ने जो कहा था, ठीक उल्टा हुआ, पढ़िए शॉकिंग फैक्ट्स

 पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान  के लॉन्ग मार्च में गुरुवार(3 नवंबर) को हुए हमले को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस बीच twitter पर #PakCivilWar ट्रेंड पकड़ गया है। 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान(Former Prime Minister of Pakistan Imran Khan) के लॉन्ग मार्च में गुरुवार(3 नवंबर) को हुए हमले को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस बीच twitter पर #PakCivilWar ट्रेंड पकड़ गया है। इमरान खान के विशेष सलाहकार रऊफ हसन ने एक इंडियन न्यूज चैनल से बातचीत में दावा किया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल ने इमरान खान की हत्या की साजिश रची थी। हालांकि गिरफ्तार हमलावर का अलग तर्क है।

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पहले जानिए पूरा मामला...
इमरान खान पर गुरुवार को वजीराबाद में रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ था। रैली पर हुई फायरिंग में 9 लोगों घायल हुए थे। एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया था। उसने कहा कि हमला इसलिए किया, क्योंकि इमरान खान जनता को गुमराह कर रहे हैं। मार्च में अजान के दौरान भी डेक (डीजे) बजता रहता था। यह उसे पसंद नहीं था। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के नेता इमरान इस्माइल के मुताबिक, इमरान के पैर में तीन से चार बार गोली मारी गई। हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि PTI सांसद फैसल जावेद समेत 13 लोग घायल हो गए।

घटनास्थल पर मिले 11 बुलेट
पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने इमरान खान के कंटेनर पर हुए हमले की शुरुआती जांच पूरी कर ली है। पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि क्राइम सीन से 11 गोली के खोखे बरामद हुए हैं, जिनमें नौ पिस्तौल की गोलियां और दो बड़ी बन्दूक की गोलियां शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिस्टल की गोलियां नीचे से कंटेनर में चलाई गईं, जबकि कंटेनर से बड़ी गोलियां चलाई गईं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जान गंवाने वाला युवक मुअज्जम कैसर आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रहा था। इसमें कहा गया है कि मृतक के सिर में गोली लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि घटना में कम से कम 13 लोग घायल हुए हैं। चार लोगों को गोली लगने से चोटें आई हैं, जबकि बाकी लोगों को संभवत भगदड़ के दौरान चोटें लगीं। रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई नेता फैसल जावेद गोली लगने से घायल होने वालों में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उनके चेहरे पर मामूली चोट है।

हमले के 2 घंटे पहले इमरान ने कही थी ये बात
PTI अध्यक्ष इमरान खान ने विश्वास व्यक्त किया था कि उनके लंबे मार्च के दौरान कभी भी कोई हिंसा नहीं होगी। इमरान खान का यह संकल्प गुरुवार को उनकी जान लेने की कोशिश से महज दो घंटे पहले आया था। इमरान ने ब्रिटिश मीडिया से बात करते हुए कहा था, "मुझे विश्वास है कि लॉन्ग मार्च में कोई हिंसा नहीं होगी। मैं पिछले छह महीनों से सड़कों पर विरोध कर रहा हूं। लॉन्ग मार्च का उद्देश्य आम चुनाव कराना और देश में बदलाव लाना है।"

इमरान खान ने जोर देकर कहा था कि कहा कि चुनाव कराने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। पीटीआई प्रमुख ने अपनी बार-बार की स्थिति दोहराई कि अगर उन्हें पिछली बार की तरह कमजोर सरकार मिली, तो वह सरकार नहीं बनाएंगे।

अमेरिका ने विरोध मार्च के दौरान इमरान खान पर हमले की निंदा की
अमेरिका ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर उनके विरोध मार्च के दौरान हुए हमले की निंदा की और कहा कि राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। अमेरिका एक लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण पाकिस्तान के लिए प्रतिबद्ध है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन(US Secretary of State Antony Blinken) ने कहा कि हम इमरान खान और अन्य सभी घायलों के शीघ्र और पूरी तरह से स्वस्थ होने की कामना करते हैं और हम मारे गए व्यक्ति के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है, और हम सभी दलों से हिंसा, उत्पीड़न और धमकी से दूर रहने का आह्वान करते हैं। 

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