
F-7 Jet Crash: बांग्लादेश एयर फोर्स का लड़ाकू विमान F-7 सोमवार को राजधानी ढाका में क्रैश हो गया। एक इंजन वाला यह विमान माइलस्टोन नाम के कॉलेज पर गिरा, जिससे 19 लोगों की मौत हो गई और करीब 100 घायल हो गए।
F-7 चीन द्वारा बनाया गया छोटा और कम वजन वाला लड़ाकू विमान है। इसका नाता रूस के MiG-21 विमान से है। F-7 का असली नाम Chengdu Jian-7 है। इसके एक्सपोर्ट वर्जन को F-7 नाम दिया गया है। चीन ने रूस से MiG-21 का अपना वर्जन तैयार करने के लिए लाइसेंस लिया था। इसके बाद उसने MiG-21 के आधार पर J-7 फाइटर जेट बनाया। इसे F-7 से नाम से दूसरे देशों को बेचा। इसे दूसरे विमान को इंटरसेप्ट करने के साथ ही जमीन पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया था।
चीन F-7 को अमेरिका, रूस, फ्रांस या दूसरे देशों के लड़ाकू विमानों की तुलना में कम कीमत में बेचता है। इसके साथ ही वह गरीब लेकिन उसके लिए सामरिक रूप से अहम देशों जैसे बांग्लादेश और पाकिस्तान को अपने लड़ाकू विमान दूसरी रियायतों के साथ भी देता है। ऐसे देश जिनके पास आर्थिक संसाधन सीमित हैं वे चीन के लड़ाकू विमानों की ओर रुख करते हैं। चीन ने F-7 को अल्बानिया, बांग्लादेश, बर्मा, मिस्र, ईरान, इराक, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, सूडान, तंजानिया और जिम्बाब्वे को निर्यात किया है।
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F-7 में एक Liyang Wopen-13F/WP-7 टर्बोजेट इंजन लगा है। इस विमान की अधिकतम रफ्तार 2120km/h और रेंज 2,000 किमी है। विमान का वजन 5292kg है। यह अधिकतम 9100 kg वजन के साथ उड़ सकता है। इस लड़ाकू विमान में 30mm के दो तोप हैं। यह हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाले कई मिसाइल ले जा सकता है। इससे 50-500 kg तक के बम गिराए जा सकते हैं। 55 मिमी का रॉकेट पॉड भी लगाया जा सकता है।
J-7 या F-7 तीसरी पीढ़ी का पुराना विमान है। इसने पहली बार 1966 में उड़ान भरी थी। 2013 तक इसका उत्पादन किया गया। 2400 से अधिक ऐसे विमान बनाए गए।
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