बांग्लादेश की कैपिटल ढाका दुनिया में सबसे प्रदूषित सिटी बनी, कराची 2nd और यांगून 3rd पोजिशन पर

ढाका की हवा 31 जनवरी को फिर से दुनिया में सबसे खराब निकली है। मंगलवार की सुबह दुनिया की सबसे प्रदूषित हवा( world most polluted ) के मामले में पाकिस्तान का कराची और म्यांमार का यांगून ने दूसरे और तीसरे स्थान पर कब्जा किया।

Amitabh Budholiya | Published : Jan 31, 2023 5:46 AM IST / Updated: Jan 31 2023, 11:17 AM IST

ढाका. ढाका की हवा 31 जनवरी को फिर से दुनिया में सबसे खराब निकली है। मंगलवार की सुबह दुनिया की सबसे प्रदूषित हवा( world most polluted ) के मामले में पाकिस्तान का कराची और म्यांमार का यांगून ने दूसरे और तीसरे स्थान पर कब्जा किया। पढ़िए पूरी डिटेल्स...

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में मंगलवार सुबह भी हवा की गुणवत्ता बेहद अस्वस्थ श्रेणी-very unhealthy में बनी रही। सुबह 8:45 बजे 291 के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) स्कोर के साथ, ढाका सबसे खराब हवा वाले शहरों की सूची में पहले स्थान पर रहा। पाकिस्तान का कराची और म्यांमार का यांगून क्रमशः 191 और 189 के एक्यूआई स्कोर के साथ सूची में दूसरे और तीसरे स्थान पर काबिज है।

बांग्लादेश में, AQI पांच मानदंडों के प्रदूषकों पर आधारित है-पार्टिकुलेट मैटर (PM10 और PM2.5), NO2, CO, SO2 और ओजोन। ढाका लंबे समय से वायु प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। इसकी वायु गुणवत्ता आमतौर पर सर्दियों में सेहत के लिए खराब हो जाती है और मानसून के दौरान इसमें सुधार होता है।

वायु प्रदूषण लगातार दुनिया भर में मृत्यु और विकलांगता के लिए शीर्ष जोखिम वाले कारकों( top risk factors for death and disability worldwide) में शुमार है। कई अध्ययनों के अनुसार, प्रदूषित हवा में सांस लेने को लंबे समय से हृदय रोग, पुरानी सांस की बीमारियों, फेफड़ों में संक्रमण और कैंसर के विकास की संभावना के रूप में पहचाना गया है।

इससे पहले 28 जनवरी को ढाका की वायु गुणवत्ता-air quality सुबह भी अनहेल्दी जोन में थी। उस दिन सुबह 8:56 बजे 199 के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) स्कोर के साथ बांग्लादेश की राजधानी दुनिया भर में सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों की सूची में दूसरे स्थान पर रही थी। पाकिस्तान का लाहौर और मंगोलिया का उलानबटार क्रमश: 223 और 195 के एक्यूआई स्कोर के साथ पहले और तीसरे स्थान पर रहे थे।

बता दें कि विशेष रूप से संवेदनशील समूहों के लिए 101 और 200 के बीच एक्यूआई को 'अनहेल्दी' माना जाता है। 201 और 300 के बीच एक्यूआई को 'खराब' कहा जाता है, जबकि 301 से 400 की रीडिंग को 'खतरनाक' माना जाता है, जो निवासियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है।

AQI, दैनिक वायु गुणवत्ता की रिपोर्ट करने के लिए एक सूचकांक है, जिसका उपयोग सरकारी एजेंसियों द्वारा लोगों को यह सूचित करने के लिए किया जाता है कि एक निश्चित शहर की हवा कितनी साफ या प्रदूषित है, और इससे जुड़े स्वास्थ्य प्रभाव उनके लिए चिंता का विषय हो सकते हैं।

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