सार
कनाडा के ब्रैम्पटन में एक प्रमुख हिंदू मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों(anti-India graffiti in Canada) से निशाना बनाया गया है, जिससे भारतीय समुदाय में आक्रोश है। टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने घटना की निंदा की है।
नई दिल्ली(New Delhi). कनाडा के ब्रैम्पटन में एक प्रमुख हिंदू मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों(anti-India graffiti in Canada) से निशाना बनाया गया है, जिससे भारतीय समुदाय में आक्रोश है। टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास(Indian Consulate General) ने गौरी शंकर मंदिर में तोड़फोड़ की घटना की निंदा करते हुए कहा कि मंदिर को विकृत(defacing) करने से कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरा ठेस पहुंची है।
पढ़िए क्या है पूरा मामला?
वाणिज्य दूतावास कार्यालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, "बर्बरता के घृणित कृत्य से कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरा ठेस पहुंची है। हमने कनाडा के अधिकारियों के साथ इस मामले पर अपनी चिंताओं को उठाया है।"
मंदिर, जो भारतीय विरासत का प्रतीक है, को भारत के प्रति नफरत भरे संदेशों के साथ तोड़ दिया गया है। कनाडा के अधिकारी फिलहाल इस घटना की जांच कर रहे हैं। ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर को विकृत करना कोई अलग घटना नहीं है, पिछले जुलाई से कनाडा में कम से कम इसी तरह की बर्बरता की तीन घटनाएं दर्ज की गई हैं।
पिछले सितंबर में, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में बयान जारी किया था। इसमें कहा गया था कि कनाडा में भारतीयों के खिलाफ घृणा अपराधों(hate crimes against Indians) और अन्य भारत विरोधी गतिविधियों में तेजी से वृद्धि हुई है। नई दिल्ली ने कनाडा सरकार से घटनाओं की ठीक से जांच करने का आग्रह किया था।
सांख्यिकी कनाडा (देश का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय) ने 2019 और 2021 के बीच कनाडा में धर्म, यौन ऑरियंटेड और जाति टार्गेट क्राइम्स में 72 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। इसने अल्पसंख्यक समुदायों, विशेष रूप से भारतीय समुदाय, जो कि कनाडा में सबसे तेजी से बढ़ने वाला जनसांख्यिकीय समूह है, के बीच भय बढ़ गया है, जो जनसंख्या का लगभग चार प्रतिशत है। भारतीय अधिकारियों ने कनाडा में खालिस्तानी समर्थक तत्वों द्वारा भारतीय समुदाय पर हमलों का मुद्दा बार-बार उठाया है।
ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड में भी हिंदुओं के खिलाफ हिंसा
ऑस्ट्रेलिया में रविवार(29 जनवरी) को खालिस्तान समर्थकों ने तिरंगा यात्रा हमला कर दिया। इस में पांच लोग घायल हो गए थे। घटना का वीडियो tweet करके भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए। उन्होंने लिखा-“मैं ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थक भारत विरोधी गतिविधियों की कड़ी निंदा करता हूं। असामाजिक तत्व जो इन गतिविधियों से देश की शांति और सद्भाव को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं, उनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए और दोषियों को किताबों के कठघरे में लाया जाना चाहिए।"
वहीं, पोलैंड में कुछ दिनों के अंतराल पर दूसरे भारतीय की हत्या कर दी गई।ओल्लुर (त्रिशूर) के रहने वाले 23 वर्षीय सूरज को जॉर्जियाई लोगों के एक समूह ने एक विवाद के बाद चाकू मारकर हत्या कर दी थी। कथित तौर पर वह पिछले पांच महीनों से पोलैंड में एक निजी फर्म में सुपरवाइजर के रूप में काम कर रहा था। हमले के दौरान सूरज के साथ मौजूद केरल के चार युवक भी घायल हो गए। इससे कुछ दिन पहले 30 वर्षीय इब्राहिम को भी मार दिया गया था। क्लिक करके पढ़ें
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