अबू धाबी के BAPS हिंदू मंदिर को 2024 में UAE और MENA रीजन के बेस्ट कल्चरल प्रोजेक्ट का खिताब मिला है। इस मंदिर को वास्तुकला, सांस्कृतिक महत्व और सामाजिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
अबू धाबी। अबू धाबी के BAPS हिंदू मंदिर को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और MENA रीजन का बेस्ट कल्चरल प्रोजेक्ट का अवॉर्ड दिया गया है। सांस्कृतिक परियोजना का पुरस्कार दिया गया है। इसने अपनी वास्तुकला उत्कृष्टता, सांस्कृतिक महत्व और समाज में अपना सकारात्मक योगदान दिया है। MEED प्रोजेक्ट अवॉर्ड इंजीनियरिंग, इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी में सर्वश्रेष्ठ अवॉर्ड है, जिसे 2007 से ही MENA रीजन का गोल्ड स्टैंडर्ड माना जाता है। बता दें कि इस अवॉर्ड के लिए पूरे क्षेत्र में बेहतरीन प्रोजेक्ट्स को रिप्रेजेंट करने वाले 40 से ज्यादा नॉमिनेशन मिले थे।
BAPS हिंदू मंदिर के प्रमुख पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामी ने कहा- ये पुरस्कार न केवल BAPS हिंदू मंदिर की तकनीकी और वास्तुकला उत्कृष्टता को बताता है, बल्कि उस एकता और सद्भाव की भावना को भी उजागर करता है, जिसने इसके निर्माण के लिए प्रेरित किया। यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद की उदारता और महंत स्वामी महाराज के मार्गदर्शन के चलते ये सपना साकार हुआ।
BAPS ने दुनियाभर में 1600 से ज्यादा मंदिर बनाए
BAPS ने ग्लोबल लेवल पर 1600 से ज्यादा मंदिरों का निर्माण किया है, लेकिन अबू धाबी में बने BAPS हिंदू मंदिर अपनी अनूठी विशेषताओं के चलते आइकॉनिक और ऐतिहासिक है और हमें ये कहते हुए गर्व हो रहा है कि यूएई इसका घर है। इंजीनियरिंग और डिजाइन, टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन, प्रोजेक्ट इम्पेक्ट और स्थिरता जैसे मानदंडों पर मूल्यांकन करने पर मंदिर अपनी सूक्ष्म शिल्पकला, इनोवेटिव अप्रोच और शांति को बढ़ावा देने के प्रति समर्पण के चलते सबसे अलग पाया गया।
फरवरी 2024 में हुआ BAPS हिंदू मंदिर का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी, 2024 को UAE के पहले भव्य हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। उन्होंने BAPS मंदिर में पूजा करने के साथ ही राधा-कृष्ण के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पीएम ने विभिन्न देवी-देवताओं के दर्शन किए थे। बता दें कि इस मंदिर को बनाने में करीब 700 करोड़ रुपए की लागत आई है। प्राचीन हिंदू शिल्प शास्त्रों के अनुसार निर्मित इस मंदिर में 30,000 से ज्यादा जटिल नक्काशीदार पत्थर के टुकड़े लगाए गए हैं, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दिखाते हैं।
रामायण-महाभारत के अहम पलों को उकेरा
मंदिर में रामायण और महाभारत जैसे भारतीय महाकाव्यों के महत्वपूर्ण पलों के साथ-साथ हिंदू धर्मग्रंथों और ऐतिहासिक आख्यानों की कहानियों को अरबी प्रतीकों के साथ मिलाकर दिखाया गया है। इसके अलावा मंदिर में अरब, मिस्र, मेसोपोटामिया और भारतीय परंपराओं समेत विभिन्न प्राचीन सभ्यताओं की 250 से ज्यादा वैल्यू बेस्ड कहानियों को उकेरा गया है।
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