5 जुलाई को कैलिफोर्निया की रहने वाली 17 साल की हन्नाह विलियम्स पुलिस की लापरवाही के कारण मौत के मुंह में समा गई। जिस 'बंदूक' के आधार पर पुलिस ने उसपर गोली चलाई, वो नकली थी।
कैलिफोर्निया: क्या आपके बच्चे भी खिलौने वाली बंदूक लेकर बाहर जाते हैं। अगर हां, तो सतर्क हो जाएं। ये उनकी मौत का कारण बन सकते हैं। गलतफहमी में कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है, जैसा अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुआ।
बीते 5 जुलाई को कैलिफोर्निया पुलिस ने 17 साल की बच्ची हन्नाह विलियम्स पर गोली चलाई थी। जिसके बाद हॉस्पिटल में उसे मृत घोषित किया गया। अब इस पुरे मामले का वीडियो कैलिफोर्निया पुलिस ने जारी किया है। वीडियो देखकर पता चला कि हन्नाह के हाथ में मौजूद जिस हथियार को देखकर पुलिस ने उसपर फायरिंग की थी, वो दरअसल, नकली थी।
क्या था मामला?
5 जुलाई को हुई इस घटना में कैलिफोर्निया पुलिस की एक पेट्रोलिंग टीम की गाड़ी की टक्कर हन्नाह के रेंटेड कार से हुई। जिसके बाद बाहर निकलकर पुलिस ने हन्नाह को सामने आने को कहा। एक अफसर ने टक्कर के बाद अपना बॉडी कैम ऑन किया, जिसके बाद जारी किया गया वीडियो रिकॉर्ड हुआ था। वीडियो में देखा गया कि हन्नाह ने पुलिस को गन दिखाई, जिसके बाद इसके पैर और छाती पर गोली चलाई गई। पुलिस ने हन्नाह के गिरते ही उसके हाथों में हथकड़ी पहना दी और उसे अस्पताल ले गए। जहां उसे मृत घोषित किया गया।
नकली निकली गन
इस घटना के बाद जांच पाया गया कि हन्नाह द्वारा दिखाई गई गन नकली थी। पुलिस ने ग़लतफहमी में उसे शूट किया। बच्ची के पेरेंट्स ने जारी किया गया वीडियो देखने के बाद कहा कि पुलिस की लापरवाही के कारण उनकी बेटी की जान चली गई। हन्नाह के पिता का कहना है कि उनकी बेटी को देर से मेडिकल सुविधा दी गई। साथ ही जब हन्नाह पर गोली चलाई गई तो वह मदद की गुहार लगा रही थी लेकिन पुलिस ने उसे हथकड़ी पहना दी।
पुलिस का जवाब
हन्नाह के पिता द्वारा लगाए इल्जाम के जवाब में कैलिफोर्निया पुलिस ने कहा कि नियम के मुताबिक ही बच्ची को हथकड़ी पहनाई गई थी। बच्ची ने पुलिस को गन दिखाई। जिसके बाद उसपर फायरिंग की गई। हालांकि, उसे तुरंत हॉस्पिटल भी ले जाया गया। लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।