कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने कहा है कि भारत के साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि कानून और अपने नागरिकों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।
ओटावा। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या को लेकर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके बाद से दोनों देशों के संबंध खराब हो गए हैं। एक तरफ ट्रूडो भारत को बदनाम करने में जुटे हैं। वहीं, उनकी सरकार के मंत्री भारत के साथ रिश्तों को महत्वपूर्ण बताकर साथ काम करने की बात कर रहे हैं। 10 प्वाइंट में पढ़ें खबर...
1- कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने एक इंटरव्यू में कहा कि यह बहुत चुनौतीपूर्ण मुद्दा है। कानून और अपने नागरिकों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। कनाडा "विश्वसनीय खुफिया जानकारी" से पहले भारत के साथ व्यापार, रक्षा और इमिग्रेशन संबंधों को गहरा करने की मांग कर रहा था।
2- ब्लेयर ने भारत के साथ संबंधों को "महत्वपूर्ण" बताते हुए कहा कि आरोपों की जांच जारी रहने तक कनाडा उन साझेदारियों को आगे बढ़ाता रहेगा। ब्लेयर ने कहा, "भारत के साथ हमारे संबंधों के संबंध में यह एक चुनौतीपूर्ण मुद्दा साबित हुआ है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम कानून और अपने नागरिकों की रक्षा करें। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करें कि जांच पूरी हो और हम सच्चाई तक पहुंचें।"
3- ब्लेयर ने कहा कि कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या की बात साबित होती है तो यह हमारी संप्रभुता का उल्लंघन होगा। यह कनाडा के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण चिंता है।
4- ब्लेयर ने कहा कि इंडो-पैसिफिक रणनीति अभी भी कनाडा के लिए महत्वपूर्ण है। इससे क्षेत्र में सैन्य उपस्थिति बढ़ी है। आगे की गश्त क्षमताओं के लिए प्रतिबद्धताएं बढ़ी हैं।
5- रक्षा मंत्री ने बताया कि कनाडा आने वाले पांच साल में सैन्य अभियानों के लिए 2.3 बिलियन डॉलर खर्च करेगा। इसमें से 492.9 मिलियन डॉलर इंडो-पैसिफिक में नौसेना के गश्त के लिए खर्च किया जाएगा।
6- 18 जून 2023 को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारा के बाहर 45 साल के खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या की गई थी। वह खालिस्तान टाइगर फोर्स नाम के प्रतिबंधित संगठन का प्रमुख था।
7- निज्जर वांटेड आतंकी था। बीते सोमवार को कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने संसद में कहा था कि निज्जर हत्याकांड में भारतीय एजेंटों के हाथ होने के संभावित संकेत मिले हैं। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।
8- कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक को निकाला तो भारत ने भी कनाडा के एक राजनयिक को देश से निकल जाने का आदेश दे दिया। इसके साथ ही भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा बंद कर दिया है।
9- भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका और प्रेरित कहकर खारिज किया है। भारत ने कनाडा से अपनी धरती से सक्रिय आतंकवादियों और भारत विरोधी तत्वों पर सख्ती बरतने को कहा है।
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10- भारत ने कनाडा से देश में अपने राजनयिक कर्मचारियों की संख्या कम करने के लिए भी कहा है। भारत ने कहा है कि आपसी राजनयिक उपस्थिति में ताकत और रैंक में समानता होनी चाहिए। भारत में कनाडाई राजनयिक कर्मचारियों की संख्या कनाडा में भारतीय राजनयिक कर्मचारियों से अधिक है।
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