कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में जारी खुफिया रिपोर्ट में लगाए गए चुनावों में हस्ताक्षेप के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि भारत और कनाडा के बीच बीते साल से रिश्ते तनावपूर्व दौर से गुजर रहे हैं।
भारत-कनाडा। भारत और कनाडा के बीच बीते कुछ महीनों से रिश्ते सामान्य नहीं है। इसी बीच कनाडा के सर्वोच्च विदेशी खुफिया एजेंसी कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा ने एक हालिया रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि भारत ने देश के चुनाव में संभावित रूप से हस्तक्षेप किया है। बीते गुरुवार (1 फरवरी) को मीडिया द्वारा प्राप्त की गई रिपोर्ट में भारत को विदेशी हस्तक्षेप का खतरा बताया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार को कनाडा की मजबूत लोकतांत्रिक संस्थाओं और प्रक्रियाओं की रक्षा के लिए और अधिक प्रयास करना चाहिए।
कनाडाई मीडिया ग्लोबल न्यूज द्वारा प्राप्त सीक्रेट ब्रीफिंग रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर भारत ने हस्तक्षेप नहीं किया तो स्थिति और खराब हो जाएगी। यह पहली बार है जब भारत पर कनाडा में चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप लगा है। चीन और रूस पर पहले से ही कनाडा की राजनीति में दखल देने के आरोप लग रहे थे.
भारत और चीन के नाम रिपोर्ट में शामिल
24 फरवरी 2023 को विदेशी हस्तक्षेप पर डेमोक्रेटिक संस्थानों के मंत्री को ब्रीफिंग शीर्षक वाले अनक्लासिफाइड दस्तावेज़ में चीन का भी नाम है। इसे अब तक का सबसे महत्वपूर्ण खतरा बताया गया है। पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) की FI गतिविधियां व्यापक दायरे में हैं और खर्च किए गए संसाधनों के स्तर में महत्वपूर्ण हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि गतिविधियां महत्वपूर्ण, व्यापक और देश भर में सरकार और नागरिक समाज के सभी स्तरों के खिलाफ निर्देशित हैं। FI का मतलब विदेशी हस्तक्षेप है और PRC का मतलब पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना है। हालांकि, हलिया खुफिया रिपोर्ट में भारत और चीन ही ऐसे दो देश थे जिनकी पहचान उनके नाम से की गई थी।
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दिए जांच के आदेश
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में जारी खुफिया रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के ट्रूडो द्वारा सितंबर 2023 में लगाए गए आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध गंभीर तनाव में आ गए। भारत ने आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताकर खारिज कर दिया है।