गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत पर रहस्य गहराया, खांसी की दवा से नहीं गई जानें, तो फिर क्या है वजह?

पश्चिमी अफ्रीका के छोटे से देश गाम्बिया(Gambia) में भारतीय कंपनी मैडेन फार्मास्क्यूटिकल्स कंपनी का कफ सीरप पीने से 66 बच्चों की मौत के मामले को लेकर रहस्य गहरा गया है। इसकी जांच में गाम्बिया सरकार अभी तक यह तय नहीं कर पाई है कि बच्चों की जानें कैसे गई थीं?

Amitabh Budholiya | Published : Nov 3, 2022 12:52 AM IST / Updated: Nov 03 2022, 06:24 AM IST

चंडीगढ़. पश्चिमी अफ्रीका के छोटे से देश गाम्बिया(Gambia) में भारतीय कंपनी मैडेन फार्मास्क्यूटिकल्स कंपनी (Maiden Pharmaceuticals Ltd) का कफ सीरप पीने से 66 बच्चों की मौत का इल्जाम लगने के बाद WHO ने अलर्ट जारी किया था। मामला पिछले महीने का है। इसके बाद कंपनी का प्रॉडक्शन जांच के दायरे में आ गया था। लेकिन गाम्बिया सरकार अभी तक यह तय नहीं कर पाई है कि बच्चों की मौत कैसे हुई थी?

गाम्बिया सरकार ने कहा कि अभी पुष्टि नहीं
पिछले महीने गाम्बिया में बच्चों की मौत के बाद आरोप लगे थे कि उनकी जान मैडेन कंपनी के कफ सीरप पीने से हुई थी। इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने अलर्ट जारी किया था। भारत भी एक्शन में आ गया था। हरियाणा सरकार ने इस कंपनी के कफ सिरप (Cough Syrup) प्रोडक्शन पर बैन लगा दिया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हरियाणा के मैडन फार्मास्युटिकल्स के कफ सिरप-प्रोमथाजिन ओरल सॉल्युशन, कोफेक्समालिन बेबी कफ सिरप, मैकॉफ बेबी कफ सिरप और मैग्रीप एन कोल्ड सिरप के खिलाफ मेडिकल अलर्ट (Medical Alert) जारी किया था। इसके बाद से कंपनी विवादों में घिर गई थी। लेकिन अभी तक ऐसी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है। रॉयटर न्यूज एजेंसी ने गाम्बिया की मेडिसिन कंट्रोल एजेंसी के एक प्रतिनिधि के हवाले से बताया कि जांच में अभी तक यह साबित नहीं हुआ है कि बच्चों की मौत खांसी की दवा पीने से हुई थी।

Latest Videos

हालांकि कंपनी ने आरोपों को खारिज किया था
10 अक्टूबर को भारतीय फार्मा कंपनी ने गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के लिए अपने कफ सिरप को जोड़ने वाली रिपोर्टों पर एक बयान जारी करके सफाई दी थी। न्यूज एजेंसी ANI को दिए एक विशेष इनपुट में फार्मा कंपनी ने कहा था, "हम मौतों के बारे में मीडिया रिपोर्टों को सुनकर स्तब्ध हैं और इस घटना पर गहरा दुख हुआ है, लेकिन हमें 5 अक्टूबर, 2022 को गाम्बिया में हमारे एजेंट से आधिकारिक जानकारी मिली है।" 

एक आधिकारिक बयान में कंपनी के निदेशक विवेक गोयल ने कहा, "हम तीन दशकों से अधिक समय से दवाओं के क्षेत्र में हैं और ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (इंडिया) और स्टेट ड्रग्स कंट्रोलर, हरियाणा सहित स्वास्थ्य अधिकारियों के प्रोटोकॉल का लगन से पालन कर रहे हैं।"

बता दें कि "मैडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड एक डब्ल्यूएचओ-जीएमपी और आईएसओ 9001-2015 प्रमाणित फार्मास्युटिकल कंपनी है। इसकी शुरुआत 22 नवंबर, 1990 को हुई थी। कंपनी के हरियाणा में दो जगह कुंडली और पानीपत में प्रॉडक्शन प्लांट हैं। नई दिल्ली में नेताजी सुभाष प्लेस, पीतमपुरा में कॉर्पोरेट कार्यालय है।

यह भी पढ़ें
अफ्रीकी देश गाम्बिया में मैडेन कंपनी के कफ सीरप पीने से 66 बच्चों की मौत के बाद हरियाणा में प्रोडक्शन पर बैन
पंजाब में 19% बढ़ी पराली जलाने की घटना, आप ने दिल्ली को बना दिया गैस चैंबर: भूपेंद्र यादव

 

Share this article
click me!

Latest Videos

'वो आपकी बेटी छीन रहे हैं' ऐसा क्या बोले मोदी जो भाषण पर छिड़ा बवाल । PM Modi Speech
Almora Bus Accident: एक चूक और खत्म हो गईं कई जिंदगियां
LIVE: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड के हज़ारीबाग़ में जनता को संबोधित किया
इस एक वजह से बदली गई यूपी-पंजाब और केरल उपचुनाव की तारीख, जानिए क्या है नई डेट
BJP के ख़िलाफ़ जमकर दहाड़े AAP राज्यसभा सांसद संजय सिंह