एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने हथियारों की आपूर्ति दो अमेरिकी कंपनियों के माध्यम से यूक्रेन को की है।
Cash strapped Pakistan earning selling weapons: नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की स्थिति दिन ब दिन खराब होती जा रही है। अब वह अपने हथियारों को बेचकर खर्च को मैनेज कर रहा है। पाकिस्तान ने बीते साले दो निजी अमेरिकी कंपनियों के साथ हथियारों का सौदा करके कथित तौर पर 364 मिलियन यूएस डॉलर की कमाई की है। इन हथियारों की आपूर्ति यूक्रेन को की गई है।
दो अमेरिकी निजी कंपनियों के माध्यम से भेजे गए हथियार
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने हथियारों की आपूर्ति दो अमेरिकी कंपनियों के माध्यम से यूक्रेन को की है। इन हथियारों का इस्तेमाल रूस के खिलाफ यूक्रेन करेगा। बीबीसी ने दावा किया कि एक ब्रिटिश सैन्य मालवाहक विमान ने रावलपिंडी में पाकिस्तान वायु सेना बेस नूर खान से साइप्रस अक्रोटिरी में ब्रिटिश सैन्य अड्डे और फिर युद्धग्रस्त देश को हथियारों की आपूर्ति करने के लिए रोमानिया के लिए कुल पांच बार उड़ान भरी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने दो अमेरिकी निजी कंपनियों ग्लोबल मिलिट्री और नार्थ्रॉप ग्रुम्मन के साथ दो एमओयू साइन किए हैं। अमेरिकी फेडरल प्रोक्योरमेंट डेटा सिस्टम से मिले अनुबंध डिटेल के अनुसार, पाकिस्तान ने दोनों अमेरिकी कंपनियों को 155 मिमी गोले की बिक्री के लिए समझौता किया था। यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने के इन समझौतों पर 17 अगस्त, 2022 को हस्ताक्षर किए गए थे और ये विशेष रूप से 155 मिमी गोले की खरीद से जुड़े थे।
लेकिन पाकिस्तान कर रहा है इनकार
हालांकि, इस्लामाबाद ने लगातार इस बात से इनकार किया है कि उसने रोमानिया के पड़ोसी देश यूक्रेन को कोई गोला-बारूद मुहैया कराया है। इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय ने यूक्रेन को हथियारों और गोला-बारूद की किसी भी बिक्री से इनकार करते हुए कहा कि पाकिस्तान, इस युद्ध में तटस्थ भूमिका निभाई है। यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच उसकी भूमिका स्पष्ट थी और उसने इस युद्ध में कोई हथियार या गोला-बारूद सप्लाई नहीं किया है।
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