गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में 179 बच्चों सहित अन्य को एक सामूहिक कब्रगाह में दफनाया गया।
गाजा में गंभीर चिकित्सीय संकट है। यहां बिजली और अन्य चिकित्सीय सुविधाओं के अभाव में बच्चे असमय मर रहे। ईंधन नहीं होने पर आईसीयू में सात बच्चों सहित 29 मरीजों की मौत।
अल शिफा अस्पताल के निदेशक ने कहा कि हमें उन्हें सामूहिक कब्र में दफनाने के लिए मजबूर किया गया। अस्पताल परिसर में लाशें बिखरी हुई हैं। अब बिजली नहीं है। अस्पताल में शव सड़ रहे।
डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के साथ काम करने वाले अस्पताल के एक सर्जन ने स्थिति को अमानवीय कहा। डॉक्टर्स ने कहा कि हमारे पास बिजली नहीं है। पानी नहीं है। खाना नहीं है।
अल शिफा अस्पताल गाजा शहर का सबसे बड़ा अस्पताल है। इजरायली बलों ने टैंक आदि तैनात कर घातक नाकाबंदी कर दी है। सारी सप्लाई रोक दी है।
इजरायली सेना का दावा है कि अल शिफा अस्पताल के नीचे हमास का मुख्यालय है। आतंकी अस्पताल और मरीजों को ढाल बना रहा।
यूएन का मानना है कि कम से कम दस हजार मरीज, कर्मचारी और विस्थापित नागरिक अल शिफा अस्पताल के अंदर हैं।
गाजा पर इजरायली हमले में कम से कम 12 हजार लोग मारे जा चुके हैं। लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं। गाजा पूरी तरह से तबाह हो चुका है।