
वाशिंगटन(Washington). अमेरिका ने कनाडा के ऊपर ‘बेलनाकार-cylindrical’ वस्तु गिराने के एक दिन बाद रविवार(12 फरवरी) को अपने हवाई क्षेत्र में इसी तरह की एक और अज्ञात हवाई वस्तु(unidentified airborne object) को मार गिराया। बता दें कि चीन के जासूसी और निगरानी गुब्बारे(Chinese Spy and surveillance Balloon) को मार गिराने और फिर उसका मलबा लौटाने से इनकार करने से पहले ही अमेरिका और चीन में तनातनी चली आ रही है। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
पढ़िए पूरी डिटेल्स...10 दिन में तीसरा बलून मार गिराया
पेंटागन के प्रेस सेक्रेट्री ब्रिगेडियर जनरल पैट रायडर ने कहा कि राष्ट्रपति जो बिडेन के निर्देश पर एक एफ-16 लड़ाकू विमान ने मिशिगन राज्य में ह्यूरॉन झील के ऊपर अमेरिकी हवाई क्षेत्र में लगभग 20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ने वाली वस्तु को सफलतापूर्वक मार गिराने के लिए एआईएम9एक्स फायर किया।
पिछले शनिवार(4 फरवरी) को दक्षिण कैरोलिना के तट से दूर अटलांटिक महासागर में एक चीनी निगरानी गुब्बारे को मार गिराने के बाद यह एक सप्ताह में अज्ञात अनआइडेंटिफाइड एयरबोर्न आब्जेक्ट को गिराने का यह तीसरा मामला है। इसी तरह के दो अन्य आब्जेक्ट को अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने शुक्रवार को अलास्का में शनिवार को कनाडा के हवाई क्षेत्र में मार गिराया था।
अमेरिका ने अटलांटिक महासागर में मार गिराए गए बलून को साफ तौर पर चीन का बताया था। हालांकि तीनों की उत्पत्ति का खुलासा अभी तक अमेरिका और कनाडा के अधिकारियों द्वारा नहीं किया गया है।
बिडेन ने रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन की सिफारिश पर रविवार को इस हवाई वस्तु को मार गिराने का आदेश दिया गया था। इस एयरबोर्न आग्जेक्ट के रास्ते और ऊंचाई को लेकर चिंता जाहिर की गई थी। कहा गया था कि इससे सिविल एविएशन के लिए खतरा हो सकता है।
पेंटागन के अधिकारी ने कहा कि इसे ऐसी जगह पर मार गिराया गया, जहां जमीन पर लोगों को कोई असर न हो। वहीं, इसका मलबा आसानी से मिल सके। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई में किसी भी नागरिक के घायल होने या अन्यथा प्रभावित होने के कोई संकेत नहीं हैं।
रविवार सुबह इस बलून का पता लगाने के बाद उत्तर अमेरिकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड ने उस पर नजर र रडार ट्रैक बनाए रखा था।
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