सार

अमेरिका द्वारा चीन के जासूसी और निगरानी गुब्बारे को मार गिराने और फिर उसका मलबा लौटाने से इनकार करने से दोनों देशों के बीच तनातना बढ़ती जा रही है। चीन ने अमेरिका से बातचीत से भी इनकार कर दिया है।

वाशिंगटन(Washington). अमेरिका द्वारा चीन के जासूसी और निगरानी गुब्बारे(Chinese Spy and surveillance Balloon) को मार गिराने और फिर उसका मलबा लौटाने से इनकार करने से दोनों देशों के बीच तनातना बढ़ती जा रही है। पेंटागन(अमेरिकी रक्षा मंत्रालय) ने कहा है कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और उनके बीजिंग समकक्ष जनरल वेई फेंघे( Gen Wei Fenghe) के बीच टेलीफोन पर बातचीत के वाशिंगटन के अनुरोध को चीन ने ठुकरा दिया है। पढ़िए पूरी डिटेल्स...

पहले कहा नहीं, फिर माना कि बलून उसका था

शनिवार को अटलांटिक महासागर में दक्षिण कैरोलिना के तट पर गुब्बारे को मार गिराए जाने के तुरंत बाद अमेरिका ने चीन से बातचीत का अनुरोध किया था। यह गुब्बारा 30 जनवरी को मोंटाना में अमेरिकी एयर स्पेस में प्रवेश करने के बाद कई दिनों तक महाद्वीपीय अमेरिका के ऊपर मंडराता रहा था।

चीन ने स्वीकार किया है कि बलून उसका था। हालांकि उसने इस बात से इनकार किया कि यह मौसम की निगरानी( weather monitoring) के बजाय निगरानी उद्देश्यों(surveillance purposes) के लिए था। चीन ने तर्क दिया कि यह रास्ते से भटक गया था। जबकि अमेरिका ने दावा किया है कि उसके पास यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि यह एक निगरानी गुब्बारा था।

पेंटागन के प्रवक्ता जनरल पैट राइडर(Gen Pat Ryder) ने 7 फरवरी को कहा, "शनिवार को पीआरसी गुब्बारे को गिराने की कार्रवाई करने के तुरंत बाद डीओडी (रक्षा विभाग) ने सचिव ऑस्टिन और पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री वेई फेंघे के बीच एक सिक्योर कॉल के लिए अनुरोध प्रस्तुत किया।"

राइडर ने कहा, " अमेरिका और पीएआरसी के संबंधों को जिम्मेदारी से मैनेज करने हम कम्युनिकेशन की लाइन की ओपन लाइन को बनाए रखने के महत्व पर विश्वास करते हैं। इस तरह के पलों में ये लाइंस हमारी सेनाओं के बीच विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं।"

प्रवक्ता ने कहा, दुर्भाग्य से, चीन ने हमारे अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है। कम्युनिकेशन की ओपन लाइंस जारी रखने की हमारी प्रतिबद्धता जारी रहेगी।"

अमेरिका ने चीन पर अमेरिकी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर, चीन ने कहा है कि गुब्बारे को मार गिराकर अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है और चेतावनी दी है कि वह प्रतिक्रिया में उचित कार्रवाई करने का अपना अधिकार सुरक्षित रखता है।

इससे पहले अमेरिका ने कहा था

दरअसल, जैसे ही गुब्बारा महाद्वीपीय अमेरिका के ऊपर मंडराते देखा गया, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन की अपनी यात्रा स्थगित कर दी थी। जीन-पियरे के अनुसार, राष्ट्रपति जो बिडेन ने सेना, खुफिया समुदाय को गुब्बारों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने का निर्देश दिया, ताकि वे चीन की क्षमताओं और व्यापार कौशल के बारे में अधिक जान सकें।

अमेरिका ने कहा कि उन्हें मालूम है कि ये गुब्बारा कहां जा रहा था, इसलिए उसी समय उसने चाइनीज इंटेलिजेंस से बचाव किया। सैन्य कमांडरों द्वारा दृढ़ संकल्प के बाद सेना ने गुब्बारे को पानी के ऊपर नीचे ले जाने की सिफारिश की, जबकि अलास्का, कनाडा, या महाद्वीपीय संयुक्त राज्य अमेरिका में गुब्बारा भूमि के ऊपर था अगर इसे वहां गिराया जाता, तो मलबा नागरिकों को नुकसान पहुंचा सकता था।"

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