इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध शुरू करने के बाद से गाजा पर लगातार हमले कर रहा है। इस हमले के चलते दुनिया के अलग-अलग देशों में यहूदियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे है।
ग्रेटा थनबर्ग। इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध शुरू करने के बाद से गाजा पर लगातार हमले कर रहा है। इस हमले के चलते दुनिया के अलग-अलग देशों में यहूदियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे है, जिसमें यहूदी विरोधी बढ़-चढ़कर कर हिस्सा ले रहे हैं। इसमें एक शख्स का नाम जुड़ गया है, जो पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता के रूप में जानी जाती है। वो कोई और ग्रेटा थनबर्ग है। उन्होंने हाल ही में स्वीडन के माल्मो में यूरोविज़न स्थल के बाहर हो रहे इजरायली विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई थी। इस दौरान उसने खुद को केफियेह में लपेटे रखा था।
जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग पर पहले भी यहूदी विरोधी भावना का आरोप लगाया गया है। उन्होंने स्वीडन में जारी विरोध प्रदर्शन के दौरान स्टॉप इजरायल का बोर्ड भी हाथों में लिया हुआ था। उन्होंने कहा कि ये विरोध हर जगह होना चाहिए। इसकी मदद से एक बार फिर युवा दुनिया को दिखा रहे हैं कि ऐसी स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया देनी है। ग्रेटा थनबर्ग कहती है कि मैं यहां यह दिखाने के लिए आयी हूं कि हमें लगता है कि यूरोविज़न के लिए इजरायल को नरसंहार में भाग लेने देना अपमानजनक है और ये माफी के लायक नहीं है।
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इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
इन दिनों इजरायल के खिलाफ दुनिया के हर बड़े देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसकी आग बड़े-बड़े यूनिवर्सिटी तक फैल चुकी है। इसमें कोलंबिया, कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी शामिल है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच काफी मुठभेड़ भी हुई और सैकड़ों स्टूडेंट को गिरफ्तार भी किया गया है।
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