Climate Change की दुनिया की First Patient कनाडा में मिली, इलाज करने वाले डॉक्टर ने दी चेतावनी, न करें नजरअंदाज

जलवायु परिवर्तन की वजह से बीमार पड़ी दुनिया की पहली मरीज का नाम उजागर नहीं किया गया है। हालांकि, यह जरुर बताया गया है कि ब्रिटिश कोलंबिया (British Columbia) के नेल्सन (Nelson) में इमरजेंसी रुम डॉक्टर काएल मेरिट (Coel Merit) उनको इलाज किए हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 9, 2021 1:07 PM IST

टोरंटो। जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का दुष्परिणाम दुनिया के सामने आना शुरू हो चुका है। कनाडा (Canada) की एक 70 साल की महिला क्लाइमेंट चेंज से पीड़ित दुनिया की पहली मरीज डायग्नोज हुई हैं। गर्मियों में बुजुर्ग महिला को सांस लेने में तकलीफ और लू से परेशान होना पड़ा था। दुनिया में पहली बार किसी डॉक्टर ने इस मरीज की ‘डायग्नोसिस डिटेल्स’ में क्लाइमेट चेंज का इस्तेमाल किया है। इस जून में अकेले कनाडा में गर्मी और लू से 500 से अधिक लोगों की जानें गई थीं। पिछले दिनों ग्लासगो में हुए  COP-26 क्लाइमेट समिट में वैश्विक स्तर पर तापमान बढ़ने और हीट वेब्स से जुड़ी विसंगतियों पर चर्चा भी हुई है। 

दुनिया की पहली क्लाइमेट चेंज मरीज का नाम उजागर नहीं

जलवायु परिवर्तन की वजह से बीमार पड़ी दुनिया की पहली मरीज का नाम उजागर नहीं किया गया है। हालांकि, यह जरुर बताया गया है कि ब्रिटिश कोलंबिया (British Columbia) के नेल्सन (Nelson) में इमरजेंसी रुम डॉक्टर काएल मेरिट (Coel Merit) उनको इलाज किए हैं। उन्होंने अपने डायग्नोसिस रिपोर्ट में लिखा है कि पिछले दस सालों में यह पहला मौका है जब मरीज की परेशानी और बीमारी की वजह क्लाइमेट चेंज बना है। उनकी हालत के लिए क्लाइमेट चेंज जिम्मेदार है।

डॉक्टर ने चेताया-अब इस बीमारी की सही डायग्नोसिस करनी होगी

डॉक्टर काएल मेरिट ने चेताया कि अगर हम सिर्फ लक्षणों के आधार पर ही इलाज करते रहे और बीमारी की तह तक नहीं गए तो हालात बिगड़ने से कोई नहीं रोक सकता। क्लाइमेट चेंज बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है। अकेले ब्रिटिश कोलंबिया में ही पांच सौ से अधिक मौतें हुई है। हम जून में इसको पता लगा पाए। तब लू चल रही थी और टेम्परेचर 121 फारेनहाइट हो गया था। हवा की गुणवत्ता सामान्य की तुलना में 53 गुना तक खराब हो गई थी।

क्लाइमेट चेंज क्या असर कर सकता है यह डॉक्टर्स ही समझ सकते

डॉ. मेरिट ने कहा कि क्लाइमेट चेंज कितना बुरा असर स्वास्थ्य पर डाल सकता है यह हम डॉक्टर्स समझ सकते हैं। उन्होंने बताया कि नेल्सन में इस मामले के सामने आने के बाद डॉक्टर्स और नर्सेज ने प्लेनेटरी हेल्थ नामक संगठन तैयार किया। फिलहाल इसमें 40 हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स हैं। इस ग्रुप ने अपना ट्विटर पेज भी तैयार किया है। 
हालांकि, लोगों में पर्यावरण को लेकर उदासीनता से डॉक्टर मेरिट दु:खी भी हैं। डॉक्टर मेरिट कहते हैं- मुझे नहीं लगता कि लोगों ने पर्यावरण को हो रहे नुकसान या इसमें तेजी से आ रही गिरावट को लेकर गंभीरता दिखाई है। मैंने इस मरीज का इलाज किया है, इसलिए मैं कह सकता हूं कि क्लाइमेट चेंज के क्या असर हो सकते हैं।

इसे भी पढ़ें:

Pakistan की यात्रा पर जाएंगे Taliban सरकार के विदेश मंत्री, China और India दोनों हुए alert

Mao Tse Tung की राह पर Jinping: तानाशाह का फरमान, उठने वाली हर आवाज को दबा दिए जाए, जेल की सलाखों के पीछे डाल दी जाए

President Xi Jinping: आजीवन राष्ट्रपति बने रहेंगे शी, जानिए माओ के बाद सबसे शक्तिशाली कोर लीडर की कहानी

Share this article
click me!