
World Most Expensive Books: दुनिया में एक से बढ़कर एक पुरानी किताबों का कलेक्शन है। कई किताबें तो 500 से 800 साल पुरानी हैं। कुछ किताबों की दुर्लभता के कारण नीलामी में उन्हें ऊंचे दामों पर बेचा-खरीदा जाता है। क्या आप जानते हैं दुनिया की सबसे महंगी किताब का नाम क्या है और उसकी कीमत कितनी होगी?
कीमत: ₹308 करोड़
बुक ऑफ मॉर्मन की प्रिंटर पांडुलिपि को चर्च ऑफ जीसस क्राइस्ट ऑफ लैटर-डे सेंट्स (LDS चर्च) ने 2017 में कम्युनिटी ऑफ क्राइस्ट से एक प्राइवेट सेल में 35 मिलियन डॉलर यानी 308 करोड़ रुपए में खरीदा था। यानी इतनी कीमत में बड़े आराम से 1 करोड़ कीमत वाले 300 से ज्यादा आलीशान बंगले खरीदे जा सकते हैं।
कीमत: ₹271 करोड़
लेखक: लियोनार्डो दा विंची
कोडेक्स लीसेस्टर को बिल गेट्स ने 1994 में 30.8 मिलियन डॉलर 271 करोड़ रुपए में खरीदा था। यह अब तक की सबसे महंगी किताब होने का रिकॉर्ड रखती है। इस किताब में दा विंची के रेखाचित्र और जल, खगोल विज्ञान आदि से संबंधित सिद्धांत शामिल हैं।
ये भी पढ़ें : ये हैं दुनिया के 10 सबसे महंगे पिज्जा, कीमत सुनकर ही भाग जाएगी भूख
कीमत: ₹187 करोड़
1215 में लिखा गया मैग्ना कार्टा इंग्लैंड के राजा जॉन द्वारा हस्ताक्षरित अधिकारों का एक शाही चार्टर है। यह पहला दस्तावेज था, जिसने ऑफिशियली ऐलान किया कि कि राजा और उसकी सरकार कानून से ऊपर नहीं हैं। इसका उद्देश्य राजशाही को अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने से रोकना और शाही अधिकार पर सीमाएं लगाना था। 2007 में, कार्लाइल ग्रुप के को-फाउंडर डेविड रूबेनस्टीन ने इसके लिए 21.3 मिलियन डॉलर यानी 187 करोड़ रुपए का भुगतान किया था।
कीमत: ₹136 करोड़
जनवरी 2014 में जब रोथ्सचाइल्ड प्रार्थना पुस्तक न्यूयॉर्क के क्रिस्टी नीलामी में बेची गई थी, तब इसकी कीमत लगभग 13.6 मिलियन डॉलर यानी 120 करोड़ रुपए थी। इसके बाद 2015 में इसे एक अज्ञात खरीदार ने केरी स्टोक्स को 15.5 मिलियन डॉलर (USD) यानी 136 करोड़ रुपए में बेचा। ये एक सुंदर और चित्रों वाली पांडुलिपि है।
कीमत: ₹125 करोड़
1640 की एक छोटी सी भजन पुस्तक दुनिया की सबसे महंगी प्रिंटेड किताब बन गई, क्योंकि इसे न्यूयॉर्क में 14.2 मिलियन डॉलर यानी 125 करोड़ में नीलाम किया गया। ये अमेरिका में छपी पहली किताब है, जिसे 2013 में बेचा गया था और इसकी केवल 11 प्रतियां ही बची हैं।
कीमत: ₹123 करोड़
सेंट कथबर्ट गॉस्पेल को ब्रिटिश लाइब्रेरी ने 2012 में 9 मिलियन पाउंड (उस समय लगभग 14 मिलियन अमेरिकी डॉलर) यानी 123 करोड़ रुपए में खरीदा था। इस अधिग्रहण के साथ ये लाइब्रेरी द्वारा खरीदी गई सबसे महंगी किताब बन गई थी।
कीमत: ₹103 करोड़
226 पेजों वाली यह पांडुलिपि अपने अद्भुत चित्रों और ऐतिहासिक महत्व के लिए जानी जाती है, जिसे हेनरी द लायन ने बनवाया था। सुरक्षा कारणों के चलते इस किताब को हर दो साल में केवल एक बार प्रदर्शित किया जाता है। ये किताब 11.7 मिलियन डॉलर यानी 103 करोड़ रुपए में बिकी है।
कीमत: ₹88 करोड़
इस किताब में विलियम शेक्सपियर के 36 नाटक शामिल हैं और यह अंग्रेजी साहित्य की सबसे दुर्लभ पुस्तकों में से एक है। अक्टूबर 2020 में, मिल्स कॉलेज द्वारा क्रिस्टी में बेची गई एक प्रति की कीमत 10 मिलियन डॉलर यानी 88 करोड़ रुपए थी।
कीमत: ₹85 करोड़
लेखक: जॉन जेम्स ऑडबोन
इस किताब में पक्षियों के आदमकद फोटो हैं और इसे सबसे प्रतिष्ठित नेचुरल हिस्टोरिक बुक्स में से एक माना जाता है। जॉन जेम्स ऑडबोन की इस किताब का फर्स्ट एडिशन न्यूयॉर्क में हुई एक नीलामी में 9.65 मिलियन डॉलर यानी 85 करोड़ रुपए में बिका था।
कीमत: ₹8.80 करोड़
इस किताब की वर्तमान में केवल 48 प्रतियां ही उपलब्ध हैं, जो इसे एक अत्यधिक मूल्यवान किताब बनाती है। 1978 में गुटेनबर्ग बाइबिल की कम से कम तीन प्रतियां बिकी थीं। एक नीलामी में इस किताब को 1 मिलियन डॉलर यानी 8.80 करोड़ रुपए में बेचा गया था।
ये भी देखें : दुनिया की 10 सबसे महंगी अंगूठियां, सिर्फ 1 की कीमत में लग जाएगा कारों का ढेर
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।