डेनियल ने मचाई तबाही: 2000 से अधिक मौतों की आशंका, लीबिया में स्टेट इमरजेंसी घोषित, तीन दिनों का शोक
Libya Flood and Daniel Storm: लीबिया में डेनियल तूफान मौत और तबाही का तांडव कर रहा है। दो दिनों में तूफान और बाढ़ से 2000 से अधिक लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। न्यूज एजेंसी एपी की मानें तो यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
Dheerendra Gopal | Published : Sep 11, 2023 5:33 PM IST / Updated: Sep 11 2023, 11:05 PM IST
बाढ़ की वजह से पांच हजार से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका है। देश के प्रधानमंत्री ने लीबिया में स्टेट इमरजेंसी घोषित कर दिया है। तीन दिनों का राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया गया है।
लीबिया के स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल जलील ने कहा कि अत्यधिक तेज बारिश और तूफान की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी मुश्किलें आ रही हैं। लीबिया के पूर्वी हिस्से में दो दिनों से बिजली नहीं होने से ब्लैकआउट है।
लीबिया के नेताओं में से एक ने सोमवार को कहा कि भूमध्यसागरीय तूफान डैनियल के कारण विनाशकारी बाढ़ के कारण लीबिया में 2,000 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है।
लीबिया के एक नेता ने कहा कि उनका पूरा पड़ोस बह गया, उत्तरी अफ्रीकी देश के कई तटीय शहरों में घर बर्बाद हो गए। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, सप्ताहांत में आई बाढ़ से मरने वालों की पुष्टि की गई संख्या 38 है। लेकिन सूची में सबसे अधिक प्रभावित शहर डर्ना शामिल नहीं है। डर्ना की हालत सबसे खराब है।
डर्ना के लोगों ने ऑनलाइन पोस्ट में तमाम वीडियोज शेयर किए हैं जिसमें भारी तबाही देखी जा सकती है। शहर के केंद्र से होकर पहाड़ों से निकलने वाली नदी वाडी डर्ना के किनारे पूरे आवासीय ब्लॉक क्षेत्र मिटा दिए गए। बहुमंजिला अपार्टमेंट इमारतें जो कभी नदी से काफ़ी दूर थीं, वह भी मलबे में तब्दील है।
एक टीवी इंटरव्यू में पूर्वी लीबियाई सरकार के प्रधानमंत्री ओसामा हमद ने कहा कि डर्ना में 2,000 लोगों के मारे जाने की आशंका है। यहां हजारों लोग लापता हैं। उन्होंने कहा कि डर्ना को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया गया है।
पूर्वी लीबियाई सरकार के प्रधानमंत्री ओसामा हमद ने कहा कि शहर का अधिकांश भाग लीबिया के पूर्वी तट पर छोटे वाडी डर्ना के डेल्टा में स्थित है। उन्होंने बताया कि सरकार ने पहले ही इमरजेंसी घोषित कर दी थी। रात में आए तूफान के बाद सारे क्लासेस सस्पेंड कर दिए गए हैं।
पूर्वी लीबिया सरकार के आंतरिक मंत्री एस्सम अबू ज़रीबा ने कहा कि डर्ना में 5,000 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि कई पीड़ित भूमध्य सागर की ओर बह गए।
डर्ना बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित है। यहां की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। बिजली या संचार न होने से स्थिति और भयावह है। सोशल मीडिया पर फुटेज में बाढ़ से आवासीय इमारतें और अन्य संपत्तियां बहती हुई दिखाई दे रही हैं।