20 अप्रैल 2010 को मेक्सिको की खाड़ी में एक अपतटीय ड्रिलिंग रिग में विस्फोट हो गया था और 780 मिलियन लीटर कच्चा तेल समुद्र में गिर गया था।
भोपाल: 20 अप्रैल 2010 को दुनिया ने समुद्र में अब तक का सबसे बड़ा तेल रिसाव देखा था। इतिहास के सबसे खराब अपतटीय तेल रिसाव को आज भी नहीं भुलाया जा सका है। 87 दिनों तक चले तेल रिसाव के दौरान 780 मिलियन लीटर (210 मिलियन गैलन) कच्चे तेल का खाड़ी में रिसाव हो गया था। यह घटना उस समय हुई, जब लुइसियाना तट से 41 मील दूर मेक्सिको की खाड़ी में एक अपतटीय ड्रिलिंग रिग में विस्फोट हो गया था। रिसाव के पांच महीने बाद तक कुएं को सील नहीं किया जा सका था। तेल के रिसाव के कारण समुद्र और तटीय इको सिस्टम बुरी तरह से प्रदूषित हो गए और बड़े पैमाने पर समुद्री स्तनधारियों, मछलियों और समुद्री पक्षियों की मौत हो गई।
हालांकि, यह पहली घटना नहीं है, जब इस तरह तेल के रिसाव के कारण समुद्र में इको सिस्टम को नुकसान हुआ हो। इस घटना के अलावा भी कई बार समुद्री जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आज हम आपको 10 ऐसी ही घटनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके कारण समुद्री पर्यावरण को काफी नुकासन पहुंचा है।
1-फारस की खाड़ी में तेल रिसाव
जनवरी 1991 में खाड़ी युद्ध के दौरानजब इराकी सैनिकों को कुवैत से वापस बुलाया गया, तो उस समय 520 मिलियन गैलन तक तेल फारस की खाड़ी में फेंक दिया गया था, जिससे तेल के कुओं में आग लग गई। शोधकर्ताओं ने कहा कि 4,000 वर्ग मील में फैले तेल की परत 4 इंच मोटी थी। एक अनुमान के मुताबिक घटना में लगभग 30,000 पक्षियों की मौत हो गई थी।
2-बीपी के डीपवाटर होराइजन ऑयल स्पिल
20 अप्रैल, 2010 को बीपी डीपवाटर होराइजन, एक सेमी-सबमर्सिबल ड्रिलिंग रिग में तेल रिसाव शुरू हो गया और फिर उसमे आग लग गई। इस घटना में 11 लोग मारे गए। पांच महीने के रिसाव से लगभग 206 मिलियन गैलन तेल का रिसाव हुआ। द सेंटर फॉर बायोलॉजिकल डायवर्सिटी के अनुमान के अनुसार, 82,000 पक्षी और 25,900 समुद्री स्तनधारियों की मौत हो गई थी।
3- Ixtoc I ऑयल स्पिल
3 जून 1979 को मैक्सिको की खाड़ी स्थित Ixtoc I तेल रिग में विस्फोट हो गया। इसने समुद्र में अनुमानित 140 मिलियन गैलन तेल समुद्र में बह गया। इस घटना से बड़ी तादाद में समुद्री पर्यावरण को नुकसान हुआ।
4- अटलांटिक एम्प्रेस ऑयल स्पिल
19 जुलाई 1979 को एसएस अटलांटिक एम्प्रेस और एजियन कैप्टन कैरिबियन ऑयव टैंकर एक उष्णकटिबंधीय तूफान के दौरान टकरा गए। एनपीआर ने बताया कि टक्कर से लगभग 90 मिलियन गैलन तेल समुद्र में गिरा।
5-कोमी पाइपलाइन तेल रिसाव
उस समय समाचार पत्रों की रिपोर्ट के अनुसार 1994 में कोमी पाइपलाइन टूट गई और रूसी आर्कटिक की टूटी हुई पाइपलाइन से अनुमानित 84 मिलियन गैलन तेल समुद्र में बह गया, जिसने पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाया।