बेहद बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहे पाकिस्तान और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष(IMF) के बीच गतिरोध की खबरों को लेकर नया अपडेट आया है। पाकिस्तान के फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार ने शुक्रवार को कहा कि सब ठीक है। सोमवार को वर्चुअल मीटिंग होगी।
इस्लामाबाद. बेहद बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहे पाकिस्तान और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष(IMF) के बीच गतिरोध की खबरों को लेकर नया अपडेट आया है। पाकिस्तान के फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार ने शुक्रवार को कहा कि सरकार को 7 अरब डॉलर के लोन प्रोग्राम की नौवीं रिव्यू के पूरा होने से संबंधित IMF से इकोनॉमिक और फाइनेंसियल मेमोरेंडम (MEFP) प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा-"मैं पुष्टि कर रहा हूं कि एमईएफपी का मसौदा 10 फरवरी की सुबह 9 बजे हमें मिल गया है।" जानिए पूरी डिटेल्स..
पाकिस्तान के फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार नेकहा, "हमने जोर देकर कहा कि वे (फंड प्रतिनिधिमंडल) हमें जाने से पहले एमईएफपी दें, ताकि हम इसे सप्ताहांत में देख सकें। डार ने कहा कि सरकार और फंड अधिकारी सोमवार को इस संबंध में एक वर्चुअल बैठक करेंगे।
पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के बीच गतिरोध बना हुआ है, क्योंकि दोनों पक्ष 10 दिनों की पेंचीदगी भरी चर्चा के बाद 1.1 बिलियन अमरीकी डालर की ऋण किश्त को अनलॉक करने के लिए स्टाफ लेवल एग्रीमेंट तक पहुंचने में विफल रहे हैं। द न्यूज इंटरनेशनल मीडिया के हवाले से कहा गया था कि यह डेवलपमेंट उस बातचीत के रूप में आता है, जो आईएमएफ और पाकिस्तान के बीच 31 जनवरी से 9 फरवरी तक इस्लामाबाद में संपन्न हुआ।
बता दें कि आईएमएफ का मिशन पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए इस्लामाबाद पहुंचा था। पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार कार्यक्रम की बहाली के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। हालांकि, 9 फरवरी तक उन्होंने इस मामले को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं की थी।
गुरुवार देर रात जारी एक बयान में पाकिस्तान के वित्त सचिव हमीद शेख ने विवरण का खुलासा किए बिना कहा कि “पहले से ही आवश्यक उपायों पर आईएमएफ के साथ एक समझौता किया जा चुका है।” उन्होंने आगे कहा, "आईएमएफ के साथ बातचीत पूरी हो गई है। आईएमएफ ने एमईएफपी दस्तावेज पाकिस्तान को सौंप दिया है।"
शुक्रवार को वित्त मंत्री ने इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में इन विवरणों को शेयर किया। इसके तुरंत बाद आईएमएफ मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर द्वारा जारी एक समापन बयान में कहा गया कि प्रमुख प्राथमिकताओं के कार्यान्वयन को अंतिम रूप देने के लिए आने वाले दिनों में दोनों पक्षों के बीच वर्चुअल बातचीत जारी रहेगी।
आईएमएफ और सरकार ने 31 जनवरी और 9 फरवरी के बीच बातचीत की। जैसा कि मेहमान प्रतिनिधिमंडल बिना किसी समापन बयान के चला गया, वार्ता के परिणाम के बारे में कुछ भ्रम था और क्या एमईएफपी का मसौदा शेयर किया गया था?
हालांकि, डार ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में जोर देकर कहा कि कोई भ्रम नहीं है। हम सप्ताहांत में पूरी तरह से (एमईएफपी) से गुजरेंगे और (फंड अधिकारियों) के साथ बैठक करेंगे। इसमें स्पष्ट रूप से कुछ दिन लगेंगे। वित्त मंत्री ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी रखने की कसम खाई कि पाकिस्तान दूसरी बार आईएमएफ कार्यक्रम पूरा करे।
आईएमएफ मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर द्वारा जारी समापन बयान में कहा गया है, “आईएमएफ टीम व्यापक आर्थिक स्थिरता की रक्षा के लिए आवश्यक नीतियों को लागू करने के लिए प्रधान मंत्री की प्रतिबद्धता का स्वागत करती है और रचनात्मक चर्चाओं के लिए अधिकारियों को धन्यवाद देती है।”
बता दें कि 3 फरवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर 2.916 अरब डॉलर हो गया। विशेषज्ञों का मानना है कि देश का भंडार केवल 16 या 17 दिनों के आयात के लिए पर्याप्त है।
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