मुझे तीन शूटर मारने आए थे...काम खत्म होते ही तीसरा शूटर पहले वाले को मार देता, इमरान खान का नया दावा

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि उनको जान से मारने के लिए पूरा इंतजाम किया गया था। तीन शूटर्स को बड़े प्लान्ड तरीके से भेजा गया था। दो शूटर्स पर मुझे और अन्य लोगों को खत्म करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जबकि तीसरे शूटर को पहले शूटर को मारने की जिम्मेदारी दी गई थी।

Dheerendra Gopal | Published : Nov 27, 2022 11:11 AM IST / Updated: Nov 27 2022, 04:42 PM IST

Imran Khan new claim: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने अपने पर हुए जानलेवा हमले पर नया दावा किया है। अपदस्थ प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी हत्या के असफल प्रयास में तीन शूटर शामिल थे। प्लान के मुताबिक उन लोगों ने मारने की कोशिश की लेकिन किस्मत से मैं बच गया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष पर बीते 3 नवम्बर को जानलेवा हमला हुआ था। खान, हकीकी आजादी मार्च को लेकर वजीराबाद पहुंचे थे जब यह हमला हुआ था। इस हमले में वह बाल-बाल बच गए थे। 

क्या आरोप लगाया है इमरान खान ने?

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि उनको जान से मारने के लिए पूरा इंतजाम किया गया था। तीन शूटर्स को बड़े प्लान्ड तरीके से भेजा गया था। दो शूटर्स पर मुझे और अन्य लोगों को खत्म करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जबकि तीसरे शूटर को पहले शूटर को मारने की जिम्मेदारी दी गई थी। तीसरे शूटर ने पहले शूटर को मारने के इरादे से गोली चलाई लेकिन पार्टी का एक कार्यकर्ता मारा गया। उन्होंने दावा किया कि जब वह कंटेनर में थे तो उन पर गोलियों की बौछार की गई। फिर एक धमाका हुआ। उन्होंने दावा किया कि एक बार उनको मारने में असफल होने के बाद फिर से उनको मारने का इंतजार किया लेकिन ऐसा हो नहीं हो सका। उन्होंने आरोप लगाया कि नवाज शरीफ के भाई व प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई काउंटर इंटेलिजेंस विंग के प्रमुख मेजर-जनरल फैसल नसीर उन पर हमले के पीछे थे।

हकीकी आजादी मार्च के दौरान हुआ था हमला

पाकिस्तान में बीते महीनों इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटा दिया गया था। पाकिस्तान के इतिहास में संसद में अविश्वास मत से हटाए जाने वाले वह एकमात्र प्रधानमंत्री हैं। अपदस्थ किए जाने के बाद इमरान खान ने देश में चुनाव कराने के लिए लगातार शहबाज शरीफ सरकार पर हमलावर हैं। बीते दिनों उन्होंने देशव्यापी आंदोलन छेड़ते हुए हकीकी आजादी मार्च निकाला। इस मार्च का उद्देश्य देश की सरकार पर चुनाव कराने के लिए दबाव बनाना है। वर्तमान नेशनल असेंबली का कार्यकाल अगस्त 2023 में समाप्त होगा।

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