नवनियुक्त महावाणिज्यदूत महेश कुमार ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका साइंस एंड टेक्नोलॉजी और एजुकेशन सहित जॉइंट कार्पोरेशन के कई क्षेत्रों की तलाश कर रहे हैं।
जोहान्सबर्ग(Johannesburg). नवनियुक्त महावाणिज्यदूत महेश कुमार(Consul General Mahesh Kumar) ने यहां गणतंत्र दिवस समारोह में कहा कि दक्षिण अफ्रीका में अंतरिक्ष अन्वेषण(space exploration) में भारत के साथ साझेदारी करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका साइंस एंड टेक्नोलॉजी और एजुकेशन सहित जॉइंट कार्पोरेशन के कई क्षेत्रों की तलाश कर रहे हैं। पढ़िए और क्या बोले काउंसल जनरल...
1. भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाने का कार्यक्रम प्रगति पर है। यह भारत की पहली अंतरिक्ष उड़ान होगी। हम इस क्षेत्र में दक्षिण अफ्रीका के साथ सहयोग तलाशने के लिए तैयार हैं। महेश कुमार ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने पिछले 73 वर्षों में भारत की कुछ सफलताओं को शेयर किया।
2. कुमार ने कहा, "स्वतंत्रता के बाद से हमने गरीबी और निरक्षरता की चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन अपनी विविधता के बल पर अपने देश को एक भरोसेमंद राष्ट्र में बदलने में सफल रहे हैं।"
3. महेश कुमार ने कहा कि कई कंपनियां भारत को एक इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में देख रही हैं, जिनमें दक्षिण अफ्रीका की कुछ कंपनियां भी शामिल हैं।
4. महेश कुमार ने कहा कि हम स्वीकार करते हैं कि दक्षिण अफ्रीका से वर्तमान म्यूचल इन्वेस्टमेंट हमारी क्षमता से कम है।
5. उन्होंने कहा कि हम दक्षिण अफ्रीका से भारत में और अधिक निवेश का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। हम दक्षिण अफ्रीका के व्यवसायों की चिंताओं को दूर करने के इच्छुक हैं।
6. काउंसल जनरल ने कहा कि हमने प्रिटोरिया में हाईकमिशन के अलावा जोहान्सबर्ग, डरबन और केप टाउन में वाणिज्य दूतावासों के समर्थन का संकल्प लिया है।
7. महेश कुमार ने कहा कि हम यहां कई भारतीय व्यवसायों के लिए दरवाजे खोलने के लिए दक्षिण अफ्रीकी सरकार के आभारी हैं। दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय निवेश ने स्थानीय व्यवसायों के लिए हजारों स्थानीय नौकरियां, धन और अवसर पैदा किए हैं।
8. कुमार ने अन्य किसी देश का नाम लिए बिना कहा कि यहां दक्षिण अफ्रीका के साथ इंडियन बिजनेस दक्षिण अफ्रीका में विकास के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण(long-term vision) के साथ बहु-आयामी दृष्टिकोण(multi-dimensional approach) अपना रहे हैं। यह कुछ अन्य देशों के अल्पकालिक केंद्रित दृष्टिकोण से बहुत अलग है।
9.राजनयिक ने कहा कि भारत दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक है। हमारा ध्यान ट्रेड बेस को बढ़ाने और व्यापार की वस्तुओं में विविधता लाने पर है। हम सर्विस सेक्टर में भी अपने देशों के बीच अधिक ट्रेड देखना चाहेंगे।
10. महेश कुमार ने कहा कि.हमारा व्यापार और निवेश भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मौजूद अद्वितीय संबंधों द्वारा आकार और निरंतर बना हुआ है। रंगभेद शासन के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के संघर्ष के दौरान ये संबंध बने थे।
11.राजनयिक ने कहा-आपके संघर्ष में भारतीय लोगों ने आपके साथ हाथ मिलाया। भारत सरकार रंगभेद सरकार की मुखर आलोचक थी, यहां तक कि उनके साथ राजनयिक संबंध बनाए रखने से भी इनकार कर रही थी।
12.कुमार ने याद किया कि कैसे नेल्सन मंडेला, जो राजनीतिक कैदी के रूप में 27 साल बिताने के बाद 1994 में दक्षिण अफ्रीका के पहले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति बने, भारत में किस तरह पूजनीय थे।
13.कुमार ने कहा, "उन्हें(नेल्सन मंडेला) महात्मा गांधी शांति पुरस्कार और भारत में सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।" कुमार ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका वैश्विक दक्षिण की आवाज( voice of the global south) को बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी सहयोग कर रहे हैं।
14.महेश कुमार ने कहा-अंतरराष्ट्रीय राजनीति में वैश्विक दक्षिण की आवाज उठाने के लिए दोनों देश निकट सहयोग कर रहे हैं। हम सब मिलकर विश्व शांति और वैश्विक समृद्धि के सूत्रधार बनने की क्षमता रखते हैं।
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