
Russia on Trump tariff threat India: रूस ने अमेरिका द्वारा भारत पर डाले जा रहे दबाव को 'अवैध और अस्वीकार्य' करार देते हुए कहा है कि किसी भी संप्रभु राष्ट्र को अपने व्यापारिक साझेदार चुनने का हक है। Kremlin के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि हम ऐसी धमकियों को वैध नहीं मानते। भारत जैसे देशों को यह अधिकार है कि वे अपने व्यापारिक हितों के अनुसार निर्णय लें। पेस्कोव ने आगे कहा कि हम मानते हैं कि संप्रभु देशों को यह पूरा हक है कि वे अपने व्यापारिक और आर्थिक साझेदारों का चयन करें और उस सहयोग के स्वरूप को तय करें जो उनके लिए हितकारी हो।
शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था कि रूस की ऊर्जा निर्यात नीति को लेकर वह नए प्रतिबंध लगाएंगे और जो देश रूस से तेल खरीदते रहेंगे, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। ट्रंप ने साफ कहा कि यदि रूस यूक्रेन युद्ध रोकने की दिशा में कदम नहीं उठाता तो भारत समेत अन्य देशों को भी भुगतना पड़ेगा। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नीति में कोई बदलाव नहीं आया और उन्होंने ट्रंप की डेडलाइन को नज़रअंदाज़ कर दिया।
यह भी पढ़ें: पुतिन का ट्रंप पर बड़ा वार, 38 साल पुरानी डील तोड़ी, अब क्या होंगे इसके मायने?
भारत ने ट्रंप की धमकियों को अन्यायपूर्ण बताया है। मंत्रालय ने कहा कि वह अपने आर्थिक हित और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत एक प्रमुख अर्थव्यवस्था है और वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
भारत ने यह भी याद दिलाया कि जब यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने रूस से तेल आयात शुरू किया था, तब अमेरिका ने खुद ही इसे प्रोत्साहित किया था। अब जब भारत अपने बाजार हित में निर्णय ले रहा है तो उस पर एकतरफा दबाव डालना अनुचित है।
यह भी पढ़ें: Sunjay Kapur Death: संजय कपूर की मौत की कारणों से उठा पर्दा, सामने आया मेडिकल रिपोर्ट
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि जिन देशों ने भारत के रिफाइनर को रूस से कच्चे तेल के आयात और उसके निर्यात को लेकर निशाना बनाया है, वे खुद भी रूस से व्यापार कर रहे हैं जबकि उन्हें ऐसी कोई मजबूरी नहीं है।
सरकारी सूत्रों ने Reuters को बताया कि भारत ट्रंप की धमकी के बावजूद रूस से तेल की खरीद जारी रखेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमारा उद्देश्य अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करना है, और हम किसी भी बाहरी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।