India US Relations 2025: इस साल डोनाल्ड ट्रंप और भारत के रिश्तों की टाइमलाइन दोस्ती से शुरू होकर टैरिफ वॉर और कूटनीतिक तनाव तक गई। हालांकि सितंबर में ट्रंप ने पीएम मोदी को 'ग्रेट लीडर' बताकर नरम रुख दिखाया और मोदी ने भी रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया।
India US Tariff Tension 2025: टैरिफ विवाद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत को लेकर तेवर नरम पड़ गया है। पिछले 8 महीनों में उनके सुर बार-बार बदले हैं। फरवरी 2025 में जहां उन्होंने पीएम मोदी के साथ मिलकर 'मेगा पार्टनरशिप' का ऐलान किया था, वहीं जुलाई आते-आते उन्होंने भारत पर भारी टैरिफ थोप दिया और भारतीय इकोनॉमी को 'डेड' तक कह डाला। अगस्त में हालात और बिगड़े, लेकिन आखिरकार सितंबर के पहले हफ्ते में ट्रंप ने मोदी को 'ग्रेट प्राइम मिनिस्टर' कहकर अपने बयान नरम कर दिए। यहां जानिए ट्रंप ने भारत को लेकर कब, क्या कहा, उनके बयानों की पूरी टाइमलाइन...
फरवरी 2025: दोस्ती और मेगा पार्टनरशिप
14 फरवरी को पीएम मोदी वाशिंगटन पहुंचे। ट्रंप और मोदी ने 'मेगा पार्टनरशिप' का ऐलान किया और दोनों देशों के बीच ट्रेड को दोगुना करने का लक्ष्य रखा। शुरुआत बेहद पॉजिटिव रही और रिश्ते नई ऊंचाइयों पर जाते दिखे।
मार्च–जुलाई 2025: उम्मीदें और बातचीत
इन 5 महीनों के दौरान भारत-अमेरिका के बीच कई दौर की ट्रेड नेगोशिएशंस हुईं। उम्मीद थी कि अमेरिकी टैरिफ 15% तक सीमित कर दिए जाएंगे। दोनों देशों के रिश्तों में भरोसा और उम्मीद बनी रही।
जुलाई 2025: अचानक टैरिफ वॉर
30 जुलाई को ट्रंप ने भारत पर अचानक 25% का टैरिफ लगा दिया।
31 जुलाई को उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में भारत की इकोनॉमी को 'डेड' बताया और भारत-रूस रिश्ते को डाउनप्ले किया। दोनों के रिश्ते में दरार यहीं से शुरू हुई, जो बढ़ती गई।
अगस्त 2025: टैरिफ बढ़ने से कूटनीतिक खिंचाव
6 अगस्त को ट्रंप ने भारत पर टैरिफ बढ़ाकर 50% कर दिए, जो अब तक का सबसे बड़ा झटका था।
7 अगस्त को पीएम मोदी ने कड़ा जवाब दिया और कहा कि भारत अपने हितों से कभी समझौता नहीं करेगा।
इस पूरे महीने तनाव बढ़ता रहा। ट्रंप ने भारत पर रूस से तेल खरीद का फायदा उठाने का आरोप लगाया 'फेज 2' और 'फेज 3' टैरिफ संकेत दिए।
अगस्त के आखिरी में तनावपूर्ण फोन कॉल्स की खबरें आईं। ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान विवाद सुलझा दिया, जिसे भारत ने खारिज किया। यह महीना दोनों देशों के रिश्तों में सबसे तनावपूर्ण रहा।
सितंबर 2025: बयानबाजी से बैकफुट तक
1 सितंबर को ट्रंप ने कहा कि भारत ने जीरो टैरिफ ऑफर किया है, लेकिन समय और तेल खरीद पर सवाल उठाए।
4 सितंबर को ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- 'अमेरिका ने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया।' यह भारत के SCO शिखर सम्मेलन, चीन में शामिल होने पर प्रतिक्रिया थी।
5 सितंबर को ट्रंप ने सुर नरम पड़े, उन्होंने नरेंद्र मोदी को 'ग्रेट प्राइम मिनिस्टर' बताया और कहा कि इंडिया-अमेरिका के रिश्ते स्पेशल हैं, हालांकि व्यापार और तेल मुद्दों पर निराशा जताई।
6 सितंबर को एम मोदी ने ट्रंप के बदले टोन का स्वागत किया और भारत की रणनीतिक प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया।
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