
न्यूयॉर्क: अमेरिकी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वैंस से मिसिसिपी यूनिवर्सिटी की एक भारतीय मूल की छात्रा का सवाल-जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। टर्निंग पॉइंट यूएसए के एक कार्यक्रम के दौरान इस छात्रा ने जेडी वैंस से यह सवाल पूछा था। छात्रा ने ट्रंप प्रशासन की सख्त आप्रवासन नीतियों और वैंस की धार्मिक टिप्पणियों पर सवाल उठाए।
छात्रा ने कहा, 'आप कहते हैं कि यहां बहुत ज्यादा अप्रवासी हैं। आपने यह संख्या कब तय की? आपने हमें एक सपना बेचा, हमें अपनी जवानी और पैसा इस देश में खर्च करने के लिए उकसाया। आप हम पर कोई एहसान नहीं कर रहे, हमने कड़ी मेहनत की है और इसी तरह हम अमेरिका में रहते हैं।'
छात्रा ने आगे पूछा, 'तो फिर अब आप उपराष्ट्रपति के तौर पर यह कैसे कह सकते हैं कि अमेरिका में बहुत अप्रवासी हो गए हैं और उन्हें बाहर निकाल दिया जाएगा?' छात्रा ने यह भी सवाल किया कि जो लोग कानूनी तौर पर पैसे देकर यहां आए हैं, उन्हें बाहर निकालना कहां का इंसाफ है। सोशल मीडिया पर इस सवाल को खूब तारीफ मिल रही है। कई लोगों ने इसे 'अमेरिकी उपराष्ट्रपति को हिला देने वाला सवाल' कहा है।
भारतीय मूल की छात्रा के सवाल पर वैंस ने अपने रुख पर कायम रहते हुए जवाब दिया। उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने कहा, 'अगर एक, दस या सौ लोग कानूनी तौर पर आकर अमेरिका में योगदान देते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम भविष्य में दस लाख, एक करोड़ या दस करोड़ लोगों को लाने के लिए मजबूर हैं।' जेडी वैंस ने यह भी साफ किया कि 'अमेरिकी उपराष्ट्रपति के तौर पर मुझे पूरी दुनिया के हितों को नहीं देखना है, बल्कि सिर्फ अमेरिकी लोगों के हितों की रक्षा करनी है।'
जहां कई लोगों ने छात्रा के तीखे सवालों की तारीफ की, वहीं ट्रंप समर्थक अकाउंट्स ने उन पर 'पागल हिंदू एच-1बी घुसपैठिया' कहकर हमला किया। यह वीडियो ऐसे समय में वायरल हुआ है जब अमेरिका में एच-1बी वीजा फीस को 1 लाख डॉलर तक बढ़ाने और वर्क परमिट पर पाबंदियां लगाने जैसी सख्त आप्रवासन नीतियां लागू की जा रही हैं।
पत्नी उषा के धर्म परिवर्तन पर टिप्पणी
अपनी भारतीय मूल की पत्नी उषा के धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर जेडी वैंस की काफी आलोचना हो रही है। मामला विवादों में आने के बाद उन्होंने अपना रुख बदल लिया। उन्होंने सफाई दी कि उनकी पत्नी उषा वैंस का धर्म बदलने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले पर उनकी आलोचना घिनौनी है। वैंस ने कहा, 'मेरा ईसाई धर्म मुझे बताता है कि यह सच है और इंसानों के लिए अच्छा है। मेरी पत्नी मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा आशीर्वाद है। सालों पहले, उन्होंने ही मुझे धर्म में वापस आने के लिए प्रोत्साहित किया था। वह ईसाई नहीं हैं और उनका धर्म बदलने का कोई इरादा भी नहीं है। लेकिन जैसे किसी भी मिले-जुले धर्म वाले रिश्ते में होता है, मैं उम्मीद करता हूं कि एक दिन वह भी चीजों को वैसे ही समझेंगी जैसे मैं देखता हूं।'
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