अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (International Criminal Court) के अभियोजक करीम खान ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन की स्थिति पर एक जांच शुरू कर रहे हैं।
हेग। यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के हमले का मामला अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice) पहुंच चुका है। इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने मंगलवार को बताया कि दोनों देशों में तेज और विनाशकारी हो चुके युद्ध को लेकर वह 7 व 8 मार्च को सुनवाई करेगा।
क्या कहा अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने?
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय, संयुक्त राष्ट्र (United Nations Organisation) का प्रमुख न्यायिक अंग है। इसका मुख्यालय नीदरलैंड्स के हेग (Hague) में है। इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, नरसंहार जैसे अपराध की रोकथाम और सजा पर कन्वेंशन के तहत नरसंहार के आरोपों (यूक्रेन बनाम रूसी संघ) से संबंधित मामले में सोमवार 7 व 8 मार्च को सार्वजनिक सुनवाई करेगा।
सात लाख से अधिक ने देश छोड़ा, दस लाख विस्थापित
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNited Nations Refugees Agency) ने कहा कि यूक्रेन से 660,000 से अधिक लोग पहले ही विदेश भाग चुके हैं। एजेंसी ने अनुमान लगाते हुए कहा कि पूर्व सोवियत यूक्रेन में दस लाख लोग विस्थापित हुए हैं। पूर्वी यूक्रेन की आबादी 44 मिलियन है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि आने वाले महीनों में 40 लाख शरणार्थियों को मदद की जरूरत हो सकती है और देश के भीतर 1.2 करोड़ और शरणार्थियों को मदद की जरूरत होगी।
यूक्रेन की स्थिति पर इंटरनेशनल कोर्ट करेगा जांच
अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (International Criminal Court) के अभियोजक करीम खान ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन की स्थिति पर एक जांच शुरू कर रहे हैं। खान ने एक बयान में कहा कि मैं इस बात से संतुष्ट हूं कि यह मानने का एक उचित आधार है कि यूक्रेन में कथित युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध दोनों ही 2014 से किए गए हैं।
रूस चाहता है यूक्रेन में तख्ता पलट
रूस ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों, बहिष्कारों और प्रतिबंधों को धता बताते हुए आक्रामक तरीका अपनाए हुए हैं। जानकारों का कहना है कि यूक्रेन में रूसी हिमायती लोगों के बचाव में रूस उतरा है। रूस की पुतिन शासन चाहती है कि यूक्रेन में तख्ता पलट हो।
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