अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर नया ‘डॉकिंग मॉड्यूल' पहुंचाने के लिए बुधवार को एक रूसी रॉकेट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया।
मॉस्को। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर नया ‘डॉकिंग मॉड्यूल' पहुंचाने के लिए बुधवार को एक रूसी रॉकेट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया। सोयूज रॉकेट (Soyuz Rocket) को कजाकिस्तान के बैकोनूर में रूस के प्रक्षेपण केंद्र से शाम 6:06 बजे (अंतरराष्ट्रीय समायनुसार एक बजकर छह मिनट पर) प्रक्षेपित किया गया।
यह रॉकेट मालवाहक हिस्से के साथ प्रिचल (पियर) डॉकिंग मॉड्यूल लेकर रवाना हुआ। मॉड्यूल शुक्रवार को स्टेशन से जुड़ेगा। जुलाई में अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजे गए नए रूसी नौका (विज्ञान) प्रयोगशाला मॉड्यूल के साथ इसे जोड़ने का कार्यक्रम है। छह डॉकिंग पोर्ट के साथ नए गोलाकार मॉड्यूल के जुड़ जाने से स्टेशन के रूसी खंड का भविष्य में विस्तार हो सकेगा।
स्वचालित डॉकिंग सिस्टम नाकाम होने पर पियर डॉकिंग मॉड्यूल आएगा काम
इस हफ्ते की शुरुआत में स्टेशन पर रूसी चालक दल ने प्रिचल मॉड्यूल के आगमन के लिए प्रशिक्षण शुरू किया। स्वचालित डॉकिंग सिस्टम के नाकाम होने की स्थिति में स्टेशन पर कार्यरत सदस्य इसका उपयोग कर सकेंगे। बता दें कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के राजा चारी, थॉमस मार्शबर्न, कायला बैरोन और मार्क वंदे हेई, रूसी अंतरिक्ष यात्री एंटोन श्काप्लेरोव और प्योत्र डबरोव तथा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के मथायस मौरर वर्तमान में अंतरिक्ष स्टेशन में कार्यरत हैं।
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