जमीन पर नहीं गिरी कोई मिसाइल, फिर कैसे Israel को भारी नुकसान पहुंचा गया Iran

Published : Oct 02, 2024, 09:11 AM ISTUpdated : Oct 02, 2024, 11:17 AM IST
Iran israel war latest news

सार

ईरान ने इजराइल पर 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनको इजराइल ने हवा में ही नष्ट कर दिया। हालांकि, ईरान की एक भी मिसाइल के जमीन पर नहीं गिरने का दावा किया जा रहा है, लेकिन बावजूद इसके ईरान ने इजराइल को भारी आर्थिक क्षति पहुंचाई है।

Iran-Israel War Update: ईरान ने मंगलवार रात इजराइल पर 180 से ज्यादा बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया। हालांकि, कहा जा रहा है कि इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया है। हालांकि, कुछ मिसाइलों के टुकड़े जमीन पर गिरे, जिसके मलबे से वेस्ट बैंक में 2 लोग घायल हुए हैं। भले ही जमीन पर ईरान की कोई मिसाइल न गिरी हो, लेकिन बावजूद इसके उसने इजराइल को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। कैसे? जानते हैं।

ईरान ने इजराइल पर दागीं फतह-2 मिसाइलें

बता दें कि ईरान ने इस बार इजराइल के शहरों को निशाना बनाने के लिए फतह-2 मिसाइलों से हमला किया। ये एक हाइपरसोनिक मिसाइल है, जो दुश्मन पर 16 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हमला करने में सक्षम है। ऐसे में ईरान ने जानबूझकर बड़ी संख्या में इन मिसाइलों का इस्तेमाल किया, ताकि इजराइल को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सके।

जमीन पर गिरे बिना ही कैसे इजराइल को पहुंचाया बड़ा नुकसान?

दरअसल, दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइलों को अमेरिकी-इजरायली एरो-3 और एरो-2 डिफेंस सिस्टम रोकता है, जबकि इजरायली डिफेंस सिस्टम आयरन डोम छोटी दूरी की मिसाइलों और रॉकेटों को खत्म करने के लिए होता है। एक एयरो मिसाइल डिफेंस सिस्टम की कीमत 35 लाख डॉलर (करीब 30 करोड़ रुपए) है। डेविड्स स्लिंग से एक बार में 10 लाख डॉलर (8.30 करोड़) की मिसाइल दागी जाती हैं। इस हिसाब से 180 मिसाइल को तबाह करने में ही इजरायल को करीब 1500 करोड़ का नुकसान हुआ है। 

ईरान ने इजराइल की इन खास जगहों को निशाना बनाकर किया हमला

ईरान ने इजराइल की खास जगहों को निशाना बनाते हुए हमला किया था। इनमें मोसाद हेडक्वार्टर, नेवातिम एयरबेस और तेल नोफ एयरबेस शामिल था। हालांकि, एयर डिफेंस सिस्टम ने ज्यादातर मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। वहीं, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने कहा- हमने इजराइल की हिमाकत का जवाब दिया है, जो हमारे नागरिकों की रक्षा और हित के लिए बेहद जरूरी था। इससे पहले इजराइल ने 27 सितंबर को लेबनान में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बस्टर बंकर बम मारे थे, जिसमें हिजबुल्लाह चीफ सैयद हसन नसरुल्लाह की मौत हो गई थी।  

ये भी देखें : 

अब भुगतेगा ईरान...मिसाइल हमले के बाद इजराइल के PM नेतन्याहू की दोटूक

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

PM मोदी ने दिया पुतिन को खास तोहफ़ा: रशियन गीता के पीछे छिपा है क्या बड़ा संकेत?
Pakistan: मुनीर को मिली 'असीम' ताकत, बने पाकिस्तान के पहले चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस