इजरायली पूर्व पीएम एहुद ओलमर्ट का यह बयान तब आया है जब इजरायली सेना जमीनी हमला के लिए गाजापट्टी में घुस चुकी है। इस भयावह आक्रमण को देखते हुए वैश्विक नेताओं ने भी चिंता जताई है।
Israel Hamas War: इजरायल के पूर्व प्रधान मंत्री एहुद ओलमर्ट ने हमास के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को सीमित करने और नागरिकों को कम से कम नुकसान पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि इजरायल को अपनी जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन लोगों को नुकसान कम से कम पहुंचे इसका ख्याल भी रखा जाना चाहिए। इजरायली पूर्व पीएम एहुद ओलमर्ट का यह बयान तब आया है जब इजरायली सेना जमीनी हमला के लिए गाजापट्टी में घुस चुकी है। इस भयावह आक्रमण को देखते हुए वैश्विक नेताओं ने भी चिंता जताई है।
पूर्व पीएम ने डिप्लोमैटिक समाधान को किया खारिज
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने दोनों के बीच में राजनयिक समाधान पर जोर दिया है। हालांकि, पूर्व पीएम एहुद ने इन संभावनाओं को खारिज कर दिया है। एहुद ओलमर्ट ने एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा: मुझे नहीं लगता कि हमास के साथ कोई राजनयिक समझौता करने का लक्ष्य है। हमें आकस्मिक क्षति को कम करने का प्रयास करना चाहिए। यह इस बात की प्रतिस्पर्धा नहीं है कि कौन अधिक मारता है। हमें नागरिकों को मारने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
उन्होंने 8 अक्टूबर के हमास हमले के बाद से इज़राइल के रुख को भी रेखांकित किया। एहुद ओलमार्ट ने कहा: हम शांति चाहते हैं लेकिन अगर हमास वहां है तो शांति नहीं होगी। हम जानते हैं कि निर्दोष लोग मारे गए हैं लेकिन हमास उन्हें जाने नहीं दे रहा है। हमें हमास को उसकी स्थिति से हटाने के लिए ठोस प्रयास करना चाहिए। शांति हासिल करने के लिए यह एक आवश्यक कदम है लेकिन अगर हमास वहां है तो कभी शांति नहीं होगी।
हमास के ताकतवर होने के पीछे बेंजामिन नेतन्याहू दोषी
पूर्व पीएम ओलमर्ट ने कहा कि हमलों के लिए प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को दोषी ठहराया जाना चाहिए। सत्तारूढ़ लिकुड पार्टी के साथ अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले एहुद ओलमार्ट ने कहा: नेतन्याहू हमास को ताकतवर बनाने के लिए जिम्मेदार हैं। नेतन्याहू व्यक्तिगत रूप से और सीधे तौर पर हमास से मोर्चा नहीं ले पाने के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू की नीतियों ने ही फिलिस्तीनियों को कमजोर किया और हमास का उदय हुआ। दरअसल, हमें फिलिस्तीनियों से बातचीत करनी चाहिए लेकिन नेतन्याहू ने हमास से बातचीत करना शुरू किया जिसके वह पात्र नहीं थे। इसलिए नेतन्याहू को हमास के मामले में रियायत नहीं देनी चाहिए। उन्होंने कहा, नेतन्याहू हमास के साथ समझौते के लिए सीधे और व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार थे जिसके कारण एक इजरायली सैनिक के बदले में हमास के 1,000 हत्यारों को रिहा किया गया।
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