Israel-Hamas जंग के 100 दिन: कैसे चुन-चुनकर हमास का खात्मा कर रहा इजराइल?-वीडियो

इजराइल और हमास के बीच जारी जंग और 99 दिन बीत चुके हैं और लड़ाई 100 दिनों की हो गई है। लेकिन यह जंग रूकने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच इजराइली डिफेंस फोर्सेस ने पूरे ऑपरेशन का रिकैप वीडियो शेयर किया है

 

Manoj Kumar | Published : Jan 13, 2024 1:00 AM IST / Updated: Jan 13 2024, 06:34 AM IST

Israel Hamas War. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के इजराइल दौरे के बीच इजराइली सेना ने गाजा पर जबरदस्त बमबारी की है। आईडीएफ ने कसम खा रखी है कि जब तक हमास का खात्मा नहीं कर देगा, तब तक जंग रूकने वाली नहीं है। पिछले 24 घंटे की बमबारी में ही 150 लोगों की मौत हो गई और अब मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 23,000 को पार कर गया है। इसी बीच इजराइली डिफेंस फोर्सेस ने एक रिकैप वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में इजराइली ऑपरेशन से लेकर गाजा पट्टी से सिविलियंस की निकासी और हमास आतंकियों के लीडर्स को मारने तक की पूरी स्टोरी शेयर की गई है।

इजराइल-हमास जंग के 100 दिन

इजराइल और हमास के बीच जारी जंग के 97 दिन हो चुके हैं। इजराइल की तरफ से दो हजार से कम लोग मारे गए हैं तो फिलीस्तीनी एरिया से मौतों की संख्या 23,000 पार कर गई है। कुछ समय पहले ही इजराइल डिफेंस फोर्स ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि बच्चों के कमरे के ठीक नीचे आतंकियों ने टनल बना रखा है। आईडीएफ का दावा है कि इस टनल के नीचे भी टनल है। जहां पर आरपीजी और घातक मिसाइल रखे गए हैं। यह आतंकियों द्वारा ट्रेनिंग और कांबैट के लिए रखा गया था। आईडीएफ ने यह भी कहा है कि इस तरह के टनल पूरे गाजा पट्टी में बनाए गए और मानवीय शेल्टर के पीछे आतंकी अपना काम करते थे।

 

 

इजराइल का दावा-दो पत्रकार आतंकी संगठन के सदस्य

इजराइल डिफेंस फोर्सेस ने यह भी दावा किया है कि पत्रकार हमजा अल-दहदौह और मुस्तफा थुरिया गाजा स्थित आतंकवादी संगठनों के सदस्य थे। बीते 7 जनवरी को सैनिकों द्वारा निर्देशित IAF विमान ने राफा के पास हमारे सैनिकों के लिए खतरा पैदा करते हुए ड्रोन ऑपरेटर्स ने निशाना बनाया। बाद में ऑपरेटरों की पहचान अल-दहदौह और थुरिया के रूप में की गई। आईडीएफ ने कहा कि गाजा में हमारे सैनिकों द्वारा पाए गए दस्तावेजों से साफ होता है कि हमास के गाजा सिटी ब्रिगेड में स्क्वाड डिप्टी कमांडर के रूप में थुरिया की भूमिका रही। साथ ही इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन की इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग इकाई में अल-दहदौह की भूमिका थी। वह पहले आईजे की जितुन बटालियन में डिप्टी कमांडर के रूप में भी काम कर चुका है।

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