Israel-Iran:जानें कौन से हो सकते है वो मुस्लिम देश, जो इजरायल के खिलाफ ईरान का दे सकते है साथ

इजरायली रिपोर्ट के मुताबिक ड्रोन और मिसाइलों का जखीरा रेडी हो चुकी है। इस हालात में भारत, अमेरिका, फ्रांस समेत छह मुल्कों ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी कर दी है और दोनों देशों की यात्रा करने से मना किया है।

sourav kumar | Published : Apr 13, 2024 5:27 PM IST

ईरान-इजरायल तनाव। इस वक्त मिडिल ईस्ट के दो देश ईरान और इजरायल के बीच युद्ध छिड़ने की आशंका है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटे में ईरान इजरायल पर अटैक कर सकता है। इसके लिए इस्लामिक देश ने लगभग हर तैयारी पूरी कर ली है। इजरायली रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने ड्रोन और मिसाइलों का जखीरा रेडी कर चुका है। इस हालात में भारत, अमेरिका, फ्रांस समेत छह मुल्कों ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी कर दी है और दोनों देशों की यात्रा करने से मना किया है।

बीते 1 अप्रैल को इजरायल ने सीरिया में स्थित ईरानी दूतावास पर हमला कर दिया था। इस हमले में एक टॉप ईरानी जनरल और छह अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी। हालांकि, इस हमले को लेकर यहूदी देश ने न तो हमले की जिम्मेदारी ली और न ही इस पर कुछ टिप्पणी की। इस हमले के बाद ईरान में बौखलाहट छा गई और दुश्मन देश पर हमला करने की तैयारी में जुट गया।

ईरान को मदद पहुंचा सकते हैं ये देश

एक सवाल ये भी उठता है कि अगर अभी मिडिल ईस्ट में युद्ध छिड़ता है तो ईरान के साथ कौन से वो मुस्लिम देश हो सकते हैं, जो साथ दे। ऐसा माना जा रहा है कि अगर इस वक्त  दो मुल्कों के बीच जंग छिड़ती है तो ईरान के साथ इराक, सीरिया, लेबनान, तुर्किए, कतर, जॉर्डन जैसे अरब मुस्लिम मुल्क ईरान के पक्ष में खड़े नजर आ सकते हैं। 

इसके अलावा ऐसे भी कई गैर-मुस्लिम देश हो सकते हैं, जो इस्लामिक देश को हर संभव मदद पहुंचा सकते हैं। इसमें अमेरिका का कट्टर दुश्मन रूस और चीन हो सकते हैं। वो कहते हैं न दुश्मन को दुश्मन दोस्त होता तो ठीक इसी तरह से रूस अमेरिका का दुश्मन है और ईरान की भी US से नहीं पटती तो हालात इसी तरफ इशारा करते हैं कि रूस मदद के लिए आगे आ सकते हैं। वहीं उत्तर कोरिया, चीन और मध्य एशिया के कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान जैसे मुल्कों को भी ईरान के पक्ष में खड़ा होता देखा जा सकता है।

भारत का स्टैंड क्या होगा?

भारत का स्टैंड क्या होगा, ये भी देखना बहुत दिलचस्प हो जाता है। शांतिप्रिय देश की छवि वाले देश के तौर पर हम हमेशा तटस्थता की नीति को ही अपनाते है। वैश्विक स्तर पर इंडिया हमेशा से जंग की स्थिति में शांति बनाए रखने की कोशिश करता है, जैसा कि भारत ने रूस और यूक्रेन युद्ध में दिखाने की कोशिश की है। इसके अलावा इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध में शांति की बात की है।

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