चेतावनी दी कि अगर ईरान हमला करेगा तो परिणाम भुगतने को भी तैयार रहे। उन्होंने ईरान पर आतंकी समूहों का समर्थन करने का आरोप लगाया।
Iran-Israel Conflict: इसरायल और ईरान आमने-सामने आ चुके हैं। दुनिया के देश इस संभावित युद्ध में दो ओर बंट चुके हैं। एक तरफ जहां अमेरिका ने खुले तौर पर इसरायल का समर्थन कर दिया है वहीं, एंटी-अमेरिकी देशों का ईरान का साथ देने का संकेत है। इस बढ़ते तनाव के बीच इसरायली डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने ईरान के संभावित हमले के लिए पूरी तरह से तैयार होने का दावा किया। चेतावनी दी कि अगर ईरान हमला करेगा तो परिणाम भुगतने को भी तैयार रहे। उन्होंने ईरान पर आतंकी समूहों का समर्थन करने का आरोप लगाया।
आईडीएफ प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि ईरान हमास और हिजबुल्लाह जैसे आतंकवादी समूहों का समर्थन करता है जोकि इसरायल पर लगातार हमला कर रहे हैं। हगारी ने ईरान को विश्व में आतंकवाद का प्राथमिक प्रायोजक देश करार दिया। कहा कि ईरान की वजह से मध्य पूर्व पूरी तरह से अस्थिर है। उन्होंने कहा कि हम हर हाल में ईरानी हमले से अपने नागरिकों की सुरक्षा करेंगे। अगर हमारे नागरिकों को नुकसान पहुंचा या हमला किया गया तो अंजाम भुगतने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
हगारी ने कहा कि 7 अक्टूबर को ईरान समर्थित हमास द्वारा शुरू किए गए युद्ध में अगले दिन 8 अक्टूबर को ईरान समर्थित हिजबुल्लाह भी शरीक हो गया। इराक और सीरिया से जुड़े मिलिशिया और यमन में ईरान समर्थित हौथिस भी इस युद्ध को विस्तार दे रहे हैं। यह अब वैश्विक संघर्ष में बदल गया है। उन्होंने ईरान को चेतावनी दी कि अगर ईरान आगे बढ़ने का कोई कदम उठाएगा तो उसे परिणाम भुगतने होंगे।
35 हजार से अधिक मौतें गाजा में हुई
इसरायल पर हमास ने 7 अक्टूबर को हमला किया था। इस हमले में करीब 1170 इसरायलियों को हमास आतंवादियों ने मौत के घाट उतार दिया था। इसका बदला लेने के लिए इसरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई थी। उस दिन से इसरायल लगातार हमले गाजापट्टी पर कर रहा है। उसने गाजापट्टी को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। इसरायल हमले में गाजा में कम से कम 33,634 लोग मारे गए हैं जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। शुक्रवार को कम से कम 89 लोगों को इसरायली हमले में मारे गए।
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