गाजा में स्थित IVF क्लिनिक की फाउंडर 73 वर्षीय बहेल्डीन घालायिनी कहती है कि- "हम जानते हैं कि ये 5,000 संभावित जीवन माता-पिता के लिए भविष्य के लिए क्या मायने रखते हैं।
इजरायल-हमास युद्ध। इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। बीते 6 महीने से चल रही लड़ाई में अब तक हजारों मासूमों की जान चल गई है। इस वॉर में अब तक फिलिस्तीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा है। हाल ही में एक खबर आई है कि बीते साल दिसंबर में इजरायल ने गाजा में स्थित IVF सेंटर पर हवाई हमला किया था। इस अटैक में लगभग 5000 भ्रूण खत्म हो गए, जिसके वजह से सैकड़ों मां की कोख सूनी रह गई। गाजा में हुए विस्फोट से भ्रूणविज्ञान यूनिट में रखे पांच लिक्विड नाइट्रोजन टैंकों के ढक्कन उड़ गए। इसकी वजह से अत्यधिक ठंडा लिक्विड वाष्पित हुआ, टैंकों के अंदर का तापमान बढ़ गया और IVF सेंटर में 4,000 से अधिक भ्रूण और समेत Unfertilized eggs के 1,000 से अधिक नमूने नष्ट हो गए।
गाजा में स्थित IVF क्लिनिक की फाउंडर 73 वर्षीय बहेल्डीन घालायिनी कहती है कि- "हम जानते हैं कि ये 5,000 संभावित जीवन माता-पिता के लिए भविष्य के लिए क्या मायने रखते हैं। उन टैंकों में मौजूद भ्रूण बांझपन का सामना कर रहे सैकड़ों फिलिस्तीनी जोड़ों के लिए आखिरी उम्मीद थे। 73 वर्षीय बहेल्डीन घालायिनी ने कैम्ब्रिज से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 1997 में क्लीनिक की स्थापना की थी। उन्होंने कहा हमले की वजह से सैकड़ों महिलाओं को गर्भवती होने का एक और मौका नहीं मिलेगा। इस घटना की वजह से मेरा दिल लाखों टुकड़ों में बंट गया है।
गाजा में मां -बाप बनने के लिए बेचते है टीवी और गहने
इजरायली हमले में बर्बाद हुए IVF सेंटर में इलाज कराने वाली 32 साल की सेबा जाफ़रवी कहती हैं- मैं पिछले 3 साल से मां बनने के लिए IVF तकनीक से बच्चा पैदा करने वाली ट्रिटमेंट करा रही थी। मैं पहले 2 बार प्राकृतिक तरीके से मां बनने से चूक गई थी। इसके बाद मैंने IVF तकनीक की मदद ली। हालांकि, अब इस घटना ने मेरा ये सपना अधूरा ही रह जाएगा। IVF सेंटर की फाउंडर बहेल्डीन घालायिनी कहती है कि- गाजा की गरीबी के बावजूद बांझपन का सामना कर रहे शादी-शुदा जोड़े IVF का सहारा लेते हैं। इसके लिए कुछ लोग फीस का भुगतान करने के लिए टीवी और गहने बेचते हैं।