
वॉशिंगटन.दुनिया में बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के बीच नासा के शीर्ष जलवायु वैज्ञानिक गेविन शिमिट ने बड़ा दावा किया है। शिमिट का कहना है-"जुलाई 2023 सैकड़ों नहीं हजारों सालों में दुनिया का सबसे गर्म महीना होगा। उन्होंने आगे कहा कि जुलाई के शुरुआती दिनों में यूरोपीय यूनियन और यूनिवर्सिटी ऑफ मेन के जमीनी और उपग्रह डाटा का विश्लेषण कर जो डाटा निकला है, उसके आधार पर जुलाई महीने में गर्मी के रिकॉर्ड टूट चुके हैं। इस महीने के 14 दिनों में सतही हवा का तापमान 17 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया है जो करोड़ों वर्षों से नहीं देखा गया है।
दुनिया में हो रहे अभूतपूर्व बदलाव-शिमिट
पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिमिट ने कहा कि हम दुनिया में जलवायु परिवर्तन के कारण अभूतपूर्व बदलाव देख रहे हैं। अमेरिका, यूरोप और चीन में जुलाई के महीने में हीटवेव देखने को मिल रही हैं जो कई रिकॉर्डों को ध्वस्त कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि जुलाई में पड़ रही प्रचंड गर्मी के लिए केवल अल नीनो जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। बल्कि इसकी वजह पर्यावरण में ग्रीन हाउस गैसों का लगातार उत्सर्जन और इनमें कमी नहीं आना है। नासा वैज्ञानिक का कहना है, 2023 हाल के सालों में सबसे गर्म साल रह सकता है हालांकि डाटा का विश्लेषण करने के बाद ही इसकी पुष्टि की जाएगी लेकिन कई वैज्ञानिक मान रहे हैं कि इसके 80 फीसदी चांस हैं।
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2024 में और बिगड़ेंगे हालात
गेविन शिमिट ने चेतावनी दी कि 2024 में हालात और भयावह हो सकते हैं। शिमिट ने कहा कि अल नीनो प्रभाव अभी उभरा है और इस साल के अंत तक यह अपने चरम पर होगा। अल नीनो के प्रभाव से ही 2024 के और अधिक गर्म रहने की आशंका है
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