उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के तोरखम सीमावर्ती शहर के पास भूस्खलन हुआ है। खैबर दर्रे के पास तोरखाम कारोबार और आवाजाही का मुख्य रास्ता है और यहां लगातार हलचल जारी रहती है।
इस्लामाबाद: उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के तोरखम सीमावर्ती शहर के पास भूस्खलन हुआ है, जिसमें कम से कम दो अफगान नागरिकों की मौत हो गई। इस भूस्खलन में आठ अन्य लोग घायल हो गए हैं। इतना ही नहीं मलबे में 20 ट्रकों के दबे होने की सूचना मिली है। बचाव अधिकारियों ने बतााया कि इस भूस्खलन में दो अफगान नागरिकों की मौत हो गई है और अभी भी बचाव कार्य जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि अफगानिस्तान सीमा के पास खैबर पख्तूनख्वा के खैबर दर्रे के पास मंगलवार को तेज आंधी के बाद भूस्खलन हुआ है। खैबर जिले के उपायुक्त अब्दुल नासिर खान ने कहा है कि भूस्खलन में दो अफगान नागरिक मारे गए हैं। बचाव अधिकारी दोनों के शवों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा भूस्खलन में कम से कम आठ लोग खायल हो गए, उन्हें प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है।
व्यापार के लिए अहम
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि भूस्खलन का मलबा काफी फैला हुआ है और भारी मशीनरी के साथ हमारा बचाव अभियान जारी है। भूस्खलन वाला स्थल पाकिस्तान को लैंड-लॉक्ड अफगानिस्तान से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग का हिस्सा है। यह दक्षिण एशियाई देशों और मध्य एशिया के बीच व्यापार का अहम क्षेत्र है। उन्होंने बताया भूस्खलन के दौरान चालक सेहरी के लिए चूल्हे पर खाना पका रहे थे, जिस वजह से वहां आग भी लग गई। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है।
वाहनों की आवाजाही प्रभावित
बता दें कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान करीब 2600 किलोमीटर की सीमा शेयर करते हैं। खैबर दर्रे के पास तोरखाम कारोबार और आवाजाही का मुख्य रास्ता है और यहां लगातार हलचल जारी रहती है। ऐसे में भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो सकती है।
व्यापारियों और आक्रमणकारियों किया गया इस्तेमाल
जलालाबाद-तोरखम सड़क पाकिस्तान के साथ बहुत महत्वपूर्ण व्यापार और परिवहन संपर्क है। अफगानिस्तान के निर्यात और आयात व्यापार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा इस सड़क से होकर जाता है। तोरखम सीमा बंद होने से व्यापारियों को भारी नुकसान हो सकता है.बता दें कि रास्ता का उपयोग सिकंदर से लेकर ब्रिटिश साम्राज्य तक कई व्यापारियों और आक्रमणकारियों द्वारा किया जाता रहा है।