भारतीय मूल का एक अमेरिकी शख्स सिद्धार्थ जवाहर को कोर्ट ने ठगी के मामले में दोषी ठहराया है। शख्स पर आरोप था कि उसने इन्वेस्टमेंट के पैसे गलत जगह खर्च किए है। उसे प्राइवेट जेट, महंगे होटल्स और लग्जरी लाइफ स्टाइल जीने का शौक था।
वाशिंगटन. भारतीय मूल के एक अमेरिकी शख्स को अदालत ने पोंजी स्कीम में दोषी करार किया है। इस शख्स का नाम सिद्धार्थ जवाहर को सजा सुनाये जाने तक जेल में रखा जाएगा। अब इस केस में पीड़ितों की तलाश कर उन्हें पैसे लौटाने का आदेश दिया हैं।
सिद्धार्थ पर क्या थे आरोप
सिद्धार्थ जवाहल जुलाई 2016 से लेकर दिसंबर 2023 तक स्विफ्टार्क के इन्वेस्टर्स से 35 मिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा कर्ज लिया। लेकिन उसने कंपनियों पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च किए। कोर्ट में वकील ने कहा कि सिद्धार्थ ने पुराने इन्वेस्टर्स के लोन को चुकाने और लग्जरी लाइफ स्टाइल जीने के लिए नए इन्वेस्टर्स से लिए पैसे खर्च किए। उसे प्राइवेट जेट, लग्जरी होटल, महंगे रेस्टोरेंट और ट्रैवलिंग काफी पसंद है।
ऐसे हुआ पर्दाफाश
टेक्सास स्टेट सिक्योरिटी बोर्ड ने 7 जून 2022 को स्विफटार्क कैपिटल के इन्वेस्टमेंट को बंद कर दिया था। इसके बाद बोर्ड ने सिद्धार्थ को इन्वेस्टमेंट लेने से रोक लगा दी। लेकिन यह बात उसने इन्वेस्टर्स को नहीं बताया और उनसे लगातार इन्वेस्टमेंट लेता रहा। इस एक इन्वेस्टर्स के 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर भी शामिल है।
सिद्धार्थ को होगी 5 साल की सजा
धोखाधड़ी के मामले में 20 साल तक जेल और 2.5 लाख डॉलर का जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है। अगर मामला इन्वेस्टमेंट की सलाह का हो तो आरोपी 5 साल की सजा और 10 हजार डॉलर की सजा हो सकती है।
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