
Monsoon Session 2025: ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर संसद के मानसून सत्र के दौरान चर्चा हो रही है। कांग्रेस के वक्ताओं की लिस्ट में सांसद मनीष तिवारी और शशि थरूर का नाम नहीं है। खबर आई थी कि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर पर पार्टी लाइन के अनुसार सरकार के खिलाफ बोलने से इनकार किया था।
दूसरी ओर मनीष तिवारी इस मुद्दे पर लोकसभा में अपनी बात रखना चाहते थे, लेकिन मौका नहीं मिला। इस संबंध में उन्होंने X पर पोस्ट कर अपनी पार्टी पर कटाक्ष किया है। तिवारी ने लिखा, "है प्रीत जहां की रीत सदा, मैं गीत वहां के गाता हूं। भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं।"
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्र सरकार ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को दुनिया के विभिन्न देशों में भेजा था ताकि वे इस मामले पर भारत की बात रख सकें। मनीष तिवारी और शशि थरूर इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।
मनीष तिवारी और शशि थरूर दोनों कांग्रेस के सीनियर नेता हैं। वे अच्छे वक्ता भी हैं। पार्टी ने इन्हें संसद में बोलने का मौका नहीं दिया है, इससे कांग्रेस के भीतर आंतरिक कलह की अटकलों को बल मिला है।
यह भी पढ़ें- संसद में ओवैसी ने केंद्र को घेरा: जब खून और पानी एक साथ नहीं बहता तो क्रिकेट कैसे? मना करने की भी हिम्मत नहीं क्यों?
आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने अपनी पोस्ट में एक न्यूज रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। इसमें उन्हें और थरूर को सोमवार को शुरू हुई बहस में शामिल न किए जाने की बात कही गई थी। तिवारी ने फिल्म पूरब और पश्चिम (1970) के प्रसिद्ध देशभक्ति गीत के बोल शेयर किए हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, तिवारी चर्चा में भाग लेना चाहते थे। उन्होंने पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर बोलने की इच्छा भी जताई थी। इसके बाद भी कांग्रेस ने उन्हें मैदान में उतारने का फैसला नहीं किया। कांग्रेस सांसद अमर सिंह (जो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे) को भी कांग्रेस ने बहस में बोलने के लिए नहीं चुना।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।