
Human Rights watch claim: चीन में मस्जिद के तोड़ने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ वर्कर, एक कथित मस्जिद का गुंबद तोड़ते हुए दिख रहे हैं। वायरल वीडियो ह्यूमन राइट्स वॉच के दावे के एक महीना बाद सामने आया है जिसमें कहा गया था कि चीन ने ईस्लाम को बैन करने के साथ मस्जिदों को बंद कर रहा या उसे ध्वस्त करा रहा।
ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) ने करीब एक महीना पहले यह दावा किया था कि चीन में ईस्लाम की प्रैक्टिस को बैन करने के साथ व्यापक पैमाने पर मस्जिदों को तोड़ना जा रहा है और उनको रिडेवलप किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर यूजर जमकर कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि चीन, बाबरी विध्वंस से प्रेरणा ले रहा। एक ने इसे महान काम बताया है। कोई कथित मस्जिद का गुंबद तोड़ने वालों को चीनी कारसेवक कह रहा तो कोई जयश्री राम लिख रहा।
हालांकि, Asianet News इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है। चीन की ओर से भी आधिकारिक तौर पर कोई वीडियो या बयान नहीं जारी किया गया है।
लेकिन चीन में उइगर मुसलमानों पर अत्याचार की आए दिन खबरें आती रहती है। चीन में उइगर मुसलमानों के उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ आवाज लगातार मानवाधिकार संगठनों और यूएन के अलावा अमेरिका उठाता रहा है।
चीन में उइगरों की बेहद खराब स्थिति
चीन द्वारा आधिकारिक तौर पर खुद को नास्तिक घोषित करने और धार्मिक स्वतंत्रता की अनुमति देने का दावा करने के बावजूद हाल के वर्षों में यहां उइगर मुसलमानों पर अत्याचार काफी बढ़ा है। चीन में लगभग 20 मिलियन मुसलमानों का घर है। पिछले महीने ह्यूमन राइट्स वॉच में चीन की कार्यवाहक निदेशक माया वांग ने दावा किया था कि चीनी सरकार मस्जिदों को बंद कर रही या नष्ट करवा रही, इस्लाम पर अंकुश लगाया जा रहा। एचआरडब्ल्यू की रिपोर्ट, चीन के शिनजियांग क्षेत्र में उइगर मुसलमानों के खिलाफ व्यवस्थित मानवाधिकारों के दुरुपयोग के बढ़ते सबूतों के बाद आई। हालांकि, बीजिंग ने दुर्व्यवहार के इन आरोपों से इनकार किया है।
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