पाकिस्तान: इमरान खान ने ISI को दी खुली धमकी, बोले- मेरा मुंह मत खुलवाओ, बोल दिया तो होगा बड़ा नुकसान

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि उनका मार्च राजनीति या व्यक्तिगत हित के लिए नहीं है। यह वास्तविक स्वतंत्रता हासिल करने और यह सुनिश्चित करने के लिए है कि सभी फैसले पाकिस्तान में हों, न कि लंदन या वाशिंगटन में।
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 29, 2022 4:37 AM IST / Updated: Oct 29 2022, 10:09 AM IST

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच ठन गई है। ISI प्रमुख नदीम अंजुम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इमरान खान पर हमला किया तो इमरान ने अपने लॉन्ग मार्च में उन्हें जवाब दिया। इमरान ने कहा कि मेरा मुंह मत खुलवाओ। मैंने बोल दिया तो पाकिस्तान और इसकी खुफिया एजेंसी को बड़ा नुकसान होगा।

इमरान खान ने कहा कि वह अपने देश और इसके संस्थानों का नुकसान नहीं करना चाहते इसलिए चुप हैं। दरअसल, ISI प्रमुख ने एक दिन पहले कहा था कि इस साल मार्च में राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान इमरान ने अपनी सरकार का समर्थन करने के बदले पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद को पद पर बने रहने का प्रस्ताव दिया था। 

अपने देश के लिए चुप हूं
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान ने लाहौर के लिबर्टी चौक से इस्लामाबाद की ओर विरोध मार्च शुरू करने के बाद समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका मार्च राजनीति या व्यक्तिगत हित के लिए नहीं है। वे सच्ची स्वतंत्रता हासिल करने और लंदन या वाशिंगटन के बदले पाकिस्तान में सभी फैसले हो यह तय करने के लिए निकले हैं। इमरान खान ने कहा, "डीजी आईएसआई, ध्यान से सुनो, मैं अपने संस्थानों और देश के लिए चुप हूं। मैं जो जानता हूं उसे बोल दिया तो पाकिस्तान का नुकासन हो सकता है। मैं अपने देश को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता।"

बाजवा को मिला था जब तक चाहें सेना प्रमुख बने रहने का ऑफर
लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम ने गुरुवार को कहा था कि मार्च में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच तत्कालीन सरकार द्वारा सेना प्रमुख जनरल बाजवा को एक "आकर्षक प्रस्ताव" दिया गया था। उन्हें जब तक चाहें सेना प्रमुख बने रहने का ऑफर दिया गया था। बता दें कि तीन साल के कार्यकाल विस्तार के बाद बाजवा अगले महीने रिटायर होने वाले हैं। 

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पाकिस्तान में किसी भी आईएसआई प्रमुख ने इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस तरह किसी नेता के खिलाफ बयान नहीं दिया था। केन्या में पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या का आरोप पाकिस्तान की सेना पर लगाया जा रहा है। अरशद शरीफ की हत्या रविवार रात नैरोबी से एक घंटे की दूरी पर एक पुलिस चौकी के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना से पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है।

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