सार

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने वहां की खुफिया एजेंसी ISI को खुले तौर पर चेतावनी देते हुए कहा है कि मैं आईएसआई की पोल खोल दूंगा। इतना ही नहीं, इमरान खान ने सेना प्रमुख बाजवा को गद्दार भी बताया है। कभी बाजवा के बेहद रहे इमरान खान आखिर क्यों बन गए उनके दुश्मन? आइए जानते हैं। 

Imran khan-Bajwa Fight in Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने वहां की खुफिया एजेंसी ISI को खुले तौर पर चेतावनी देते हुए कहा है कि मैं आईएसआई की पोल खोल दूंगा। इतना ही नहीं, इमरान खान ने सेना प्रमुख बाजवा को गद्दार भी बताया है। बता दें कि इमरान खान ने इशारों-इशारों में पाकिस्तानी आर्मी और खुफिया एजेंसी ISI पर पाकिस्तान के जर्नलिस्ट अरशद शरीफ की हत्या का आरोप लगाया है। वहीं पाक आर्मी की मीडिया विंग के इंचार्ज बाबर इफ्तिखार और ISI चीफ ने इमरान खान पर देश के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। 

आखिर कौन हैं अरशद शरीफ?
अरशद शरीफ पाकिस्तान के ARY चैनल में करते थे। कीनिया में उनका कत्ल कर दिया गया था। इमरान खान जब प्रधानमंत्री थे तो इस चैनल और तमाम एंकरों के मजे थे। अरशद शरीफ एक प्रोग्राम की लाइव एंकरिंग कर रहे थे और उन्होंने फोन पर इमरान के चीफ ऑफ स्टाफ शाहबाज गिल का इंटरव्यू लिया था। ये सब प्री-प्लांड था। गिल ने इस इंटरव्यू में आर्मी और चीफ की बुराई की थी। इसके बाद आर्मी ने गिल को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अरशद पर भी गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा था, जिसके चलते वो कीनिया भाग गए। लेकिन यहां उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। 

इमरान खान के बेहद करीबी थे अरशद : 
जर्नलिस्ट अरशद शरीफ को इमरान खान का बेहद करीबी समझा जाता था। अरशद की हत्या के बाद इमरान खान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने अरशद की हत्या के पीछे पाकिस्तानी आर्मी और ISI को कसूरवार ठहराया।  इमरान ने कहा- अरशद पाकिस्तान में बिल्कुल भी सेफ नहीं थे और बेहद डर-डर कर जिंदगी गुजार रहे थे। मैंने उनकी जान बचाने के लिए कहा कि वो मुल्क से बाहर चले जाएं। लेकिन साजिश करने वालों ने आखिरकार उनकी जान ले ली। समय आने पर मैं अरशद की हत्या में शामिल लोगों के नाम पूरे देश का बताऊंगा। 

ARY चैनल के मालिक ने भी पाकिस्तान छोड़ा : 
पाकिस्तान की अवाम अच्छी तरह जानती है कि ARY चैनल के मालिक सलमान इकबाल भी इमरान खान के बेहद करीबी थे। लेकिल इमरान की सरकार जाने के बाद अब सलमान भी मुल्क छोड़कर भाग चुके हैं। 

इमरान खान और कमर बाजवा में 36 का आंकड़ा : 
बता दें कि पाकिस्तान में इमरान खान और आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा, ISI प्रमुख नदीम अंजुम के बीच खुलकर तनातनी चल रही है। इमरान जहां बाजवा को गद्दार बता रहे हैं, वहीं आर्मी और आईएसआई इमरान को देश के खिलाफ साजिश रचने वाला कह रहे हैं। हालांकि, ऐसा नहीं है कि इमरान और बाजवा हमेशा से एक-दूसरे के दुश्मन रहे हैं। कभी इमरान खान बाजवा के बेहद करीबी थे, लेकिन अब दोनों में 36 का आंकड़ा हो गया है। 

आखिर क्यों एक-दूजे के दुश्मन बने इमरान-बाजवा?
पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल बाजवा 29 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में इमरान खान अपने किसी करीबी दोस्त को ISI चीफ बनाना चाहते थे, लेकिन बाजवा ने इसमें अड़ंगा लगा दिया और लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को इसका चीफ बना दिया। इसके बाद से ही इमरान खान और बाजवा में 36 का आंकड़ा हो गया। यहां तक कि हालात इतने बिगड़ गए कि ISI चीफ नदीम अंजुम को मीडिया के सामने आकर इमरान के आरोपों का खंडन करना पड़ा।

पहली बार कोई ISI चीफ मीडिया के सामने आया :
पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी ISI चीफ को मीडिया के सामने आना पड़ा। दरअसल, आज से पहले किसी ने आईएसआई चीफ का चेहरा यूं सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा था। लेकिन नदीम अंजुम को न सिर्फ सामने आना पड़ा, बल्कि उन्होंने इमरान खान को झूठा और मक्कार भी बताया। 

इमरान खान की पार्टी ने विरोध में शुरू किया मार्च : 
दूसरी ओर, इमरान खान ने अब शहबाज शरीफ सरकार पर भी हमला बोला है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं ने लाहौर के लिबर्टी चौक से इस्लामाबाद तक 'हकीकी आजादी लॉन्ग मार्च' शुरू किया है। इस दौरान इमरान खान ने वहां की अवाम को संबोधित किया। इमरान ने कहा- ISI के डीजी अपने कान खोलकर सुन लो। जानता तो मैं बहुत कुछ हूं, लेकिन सिर्फ इसलिए चुप हूं क्योंकि मैं अपने मुल्क को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता। बता दें कि इमरान खान 4 नवंबर को इस्लामाबाद पहुंचेंगे। 

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