पाकिस्तान के पेशावर के मस्जिद में जिस आत्मघाती हमलावर ने धमाका (Peshawar Mosque Blast) किया था उसका सिर धड़ से अलग हो गया था। वह पुलिस की वर्दी में आया था, जिसके चलते पुलिसकर्मियों ने उसकी जांच नहीं की थी।
पेशावर। पाकिस्तान के पेशावर शहर के पुलिस लाइन स्थित मस्जिद में 30 जनवरी को हुए आत्मघाती बम धमाके में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। मारे गए लोगों में बहुत से लोग पुलिसकर्मी थे। सुसाइड बॉम्बर पुलिस की वर्दी में था, जिसके चलते मस्जिद के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसकी जांच नहीं की थी। उसने सिर पर हेलमेट भी पहना हुआ था। पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन ने यह जानकारी दी है।
धमाके के वक्त करीब 400 लोग मस्जिद में मौजूद थे। वे नमाज पढ़ने आए थे। मरने वालों में 27 पुलिस अधिकारी थे। खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस प्रमुख मोअज्जम जाह अंसारी ने गुरुवार को खुलासा किया कि आत्मघाती हमलावर ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। पुलिस विस्फोट के पीछे आतंकी नेटवर्क का पता लगा रही है।
पुलिस की वर्दी में था हमलावर
धमाके के चलते मस्जिद की दीवार और छत गिर गई थी, बहुत से लोगों की मौत मलबे में दबकर हो गई। पुलिस चीफ ने सुरक्षा में चूक के बारे में कहा कि हमलावर वर्दी पहने हुए था, जिसके चलते अधिकारियों ने उनकी जांच नहीं की थी। धमाका होते ही सुसाइड बॉम्बर का सिर धड़ से अलग हो गया था। पुलिस को उसका कटा हुआ सिर मिला है। वह मास्क और हेलमेट पहने हुआ था। पुलिस प्रमुख ने बताया कि सीसीटीवी वीडियो से कटे हुए सिर का मिलान करने के बाद यह पता चला कि कौन हमलावर था।
धमाके के पीछे है आतंकियों का नेटवर्क
पुलिस प्रमुख अंसारी ने कहा, "सुसाइड बॉम्बर बाइक पर सवार होकर मेन गेट से आया था। उसने एक कॉस्टेबल से बात की और पूछा कि मस्जिद कहां है। इससे पता चलता है कि हमलावर को इलाके के बारे में जानकारी नहीं थी। उसे टारगेट दिया गया था। इस हमले के पीछे आतंकियों का पूरा नेटवर्क है। वह अकेला हमलावर नहीं था।"
पाकिस्तान पुलिस के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि पेशावर के सबसे अधिक सुरक्षावाले इलाके में किस तरह सुरक्षा में चूक हो गई। मस्जिद हाउसिंग इंटेलिजेंस, काउंटर टेररिज्म ब्यूरो और क्षेत्रीय सचिवालय के बगल में है।
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