पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के स्वत: संज्ञान लेने की ताकत को कानून बनाकर रोक लगा दिया है। दूसरी ओर कराची में एक हिंदू डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की शक्तियां कम कर दी हैं। सरकार ने कानून बनाकर चीफ जस्टिस के स्वत: संज्ञान लेने की ताकत को खत्म कर दिया है। दूसरी ओर पाकिस्तान में एक हिंदू डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
पाकिस्तान सिनेट ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट (अभ्यास और प्रक्रिया) बिल 2023 को पारित किया। इससे चीफ जस्टिस के स्वत: संज्ञान लेने पर रोक लग गई है। बुधवार को इस बिल को पाकिस्तान नेशनल असेंबली ने पास किया था। सीनेट के 60 सदस्यों ने बिल के पक्ष में और 19 सदस्यों ने खिलाफ में मतदान किया। विपक्ष के नेता शहजाद वसीम ने बिल का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट और न्यायपालिका पर हमला कर रही है। सरकार की कोशिश सुप्रीम कोर्ट में मतभेद पैदा करने की है।
शहबाज शरीफ ने चीफ जस्टिस पर लगाया था इमरान का पक्ष लेने का आरोप
गौरतलब है कि शहबाज शरीफ ने 28 मार्च को नेशनल असेंबली में बोलते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पर जमकर हमला किया था। उन्होंने चीफ जस्टिस पर आरोप लगाया था कि वह पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पक्ष में काम कर रहे हैं।
अपने भाषण में शहबाज ने चीफ जस्टिस की ताकत कम करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि चीफ जस्टिस की शक्तियों को कम करने के लिए कानून बनाने की जरूरत है नहीं तो इतिहास माफ नहीं करेगा। प्रधानमंत्री के इस भाषण के बाद बुधवार को नेशनल असेंबली में चीफ जस्टिस के स्वत: संज्ञान लेने की ताकत खत्म करने संबंधी बिल लाया गया और उसी दिन इसे पारित कर दिया गया। अगले दिन बिल को सिनेट से भी पास कर दिया गया। अब यह पाकिस्तान का कानून बन गया है।
कराची में हिंदू डॉक्टर की गोली मारकर हत्या
दूसरी ओर पाकिस्तान के कराची में लयारी के पास हिंदू डॉक्टर डॉ बीरबल जेनानी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह क्लिनिक से घर लौट रहे थे तभी टारगेट किलिंग का शिकार हो गए। वह कराची मेट्रोपॉलिटन कॉरपोरेशन (केएमसी) के पूर्व सीनियर डायरेक्टर थे। डॉ बीरबल कराची के जानेमाने नेत्र रोग विशेषज्ञ थे।
यह भी पढ़ें- ईजरायली पार्लियामेंट के स्पीकर ने कहा- '2008 में मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं को चुकानी होगी भारी कीमत'
पुलिस के अनुसार डॉ बीरबल और उनकी सहायक महिला डॉक्टर रामस्वामी से गुलशन-ए-इकबाल की ओर जा रहे थे। ल्यारी एक्सप्रेसवे पर गार्डन इंटरचेंज के पास अज्ञात लोगों ने उनकी कार पर हमला किया। गोली लगने से डॉ बीरबल की मौके पर ही मौत हो गई। उनकी सहायक महिला डॉक्टर गोली लगने से घायल हुईं हैं।
यह भी पढ़ें- पाकिस्तान को भारत सरकार ने दिया झटका, सरकारी ट्विटर अकाउंट बैन, भारत के लोग नहीं देख सकेंगे दुष्प्रचार