ईजरायली पार्लियामेंट के स्पीकर ने कहा- '2008 में मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं को चुकानी होगी भारी कीमत'

ईजरायली पार्लियामेंट के स्पीकर आमिर ओहाना (Israeli Parliament Speaker Ohana) ने भारत की यात्रा शुरू करने से पहले कहा कि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को भारी कीमत चुकानी होगी।

 

Manoj Kumar | Published : Mar 30, 2023 10:04 AM IST

Mumbai Terror Attack 2008. ईजरायली पार्लियामेंट के स्पीकर आमिर ओहाना 31 मार्च से भारत की यात्रा करने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने कहा कि 2008 के मुंबई में हुए आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। ईजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के करीबी विश्वासपात्र आमिर ओहाना ने पिछले साल स्पीकर का पदभार संभाला और 31 मार्च से भारत की चार दिनों की यात्रा करने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है और कहा कि भारत और ईजरायल दोनों देश आतंकवाद का सामना करते हैं। इसके खिलाफ हम संयुक्त लड़ाई लड़ेंगे।

मुंबई हमले की यादें ताजा

ओहाना ने कहा कि हम सभी को 2008 में मुंबई में हुए घृणित आतंकवादी हमलों को याद है। इसमें 207 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई थी। इनमें 178 भारतीय और विदेश थे। दुर्भाग्य से ईजरायली और यहूदी भी मरने वालों में शामिल थे, जो चबाड हाउस में मारे गए थे। कहा कि यह न केवल भारत पर हमला था बल्कि यहूदियों और उनकी स्वतंत्रता पर भी हमला था। उन्होंने कहा कि भारत और ईजरायल के साझा मूल्यों पर यह आतंकी हमला था। ओहाना ने कहा कि इस हमले की साजिश रचने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

भारत-ईजरायल के रिश्ते मजबूत

ईजरायली पार्लियामेंट के स्पीकर आमिर ओहाना ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत और ईजरायल के अलावा सभी देशों को साथ आना होगा। कहा कि हमारे साझा मूल्य, हमारी चिंताएं, हमारे दर्द और रणनीतिक साझेदारी हमारे संबंधों को और मजबूत बनाती हैं। कहा कि मुझे जब विदेश यात्रा का पहला मौका मिला तो हमने भारत को चुना है। भारत के प्रमुख विकासशील शक्ति है। हमरी कई चीजें समान हैं और हमारे देश के किसी स्पीकर ने भारत की यात्रा नहीं की थी। कहा कि हमने जितने देशों की यात्रा की है, उनके विपरीत भारत कभी यहूदी विरोधी नहीं रहा है। यह अनोखी बात है।

कई समझौते पर होंगे हस्ताक्षर

भारत यात्रा के दौरान ओहाना अपने समकक्ष ओम बिरला के साथ दोनों संसदों के बीच एक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। ताकि दोनों संस्थानों के बीच नॉलेज के आदान-प्रदान को और बेहतर बनाया जा सके। उनके साथ कानूनविद माइकल बिटन और इजराइल-भारत अंतर-संसदीय मैत्री समूह के अध्यक्ष अमित हलेवी भी होंगे। ईजरायल का यह प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, विदेश मंत्री एस जयशंकर और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेगा। साथ ही वे मुंबई का भी दौरा करेंगे, जहां चबाड़ हाउस में दिवंगत लोगों के प्रति सम्मान व्यक्त करेंगे।

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