
PM Modi Ethiopia Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इथियोपिया दौरा सिर्फ एक सामान्य राजकीय यात्रा नहीं था, बल्कि यह भारत और अफ्रीका के रिश्तों में भरोसे, सम्मान और दोस्ती का मजबूत संदेश बनकर सामने आया। इस दौरे में जो दृश्य दुनिया ने देखे, उन्होंने कूटनीति की परिभाषा को थोड़ा और मानवीय बना दिया। सबसे बड़ी बात यहां पर पीएम मोदी और इथियोपिया के प्रधानमंत्री डा. अबी अहमद अली ने तमाम प्रोटोकॉल तोड़कर मित्रता और स्वागत की जो मिशाल पेश की, उसे देखकर बाहरी दुनिया के लोग भी कायल हो गए। आखिर इथियोपिया का यह दौरा इतना खास क्यों रहा? 10 प्वाइंट में समझिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को अपने तीन देशों के दौरे की शुरुआत की। सबसे पहले वे जॉर्डन पहुंचे और इसके बाद इथियोपिया गए। अफ्रीकी महाद्वीप में इथियोपिया को एक अहम देश माना जाता है, और यही वजह है कि यह यात्रा रणनीतिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण रही।
अदीस अबाबा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत खुद इथियोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद अली ने किया। यह कोई औपचारिक प्रोटोकॉल भर नहीं था, बल्कि आपसी सम्मान का साफ संकेत था। स्वागत के बाद जो हुआ, उसने सबका ध्यान खींच लिया।
प्रधानमंत्री अबी अहमद ने खुद गाड़ी चलाकर PM मोदी को होटल तक पहुंचाया। यह एक बेहद अनोखा और आत्मीय gesture था। जिस कार में दोनों नेता होटल तक गए, वह रेंज रोवर थी। खास बात यह है कि रेंज रोवर का भारत के टाटा ग्रुप से गहरा रिश्ता है, क्योंकि टाटा मोटर्स ने साल 2008 में जैगुआर-लैंड रोवर को खरीदा था।
रास्ते में तय शेड्यूल से हटकर प्रधानमंत्री अबी अहमद ने PM मोदी को विज्ञान संग्रहालय और फ्रेंडशिप पार्क भी दिखाए। यह दिखाता है कि यह मुलाकात सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि दोस्ताना माहौल में हुई।
अबी अहमद नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित हैं। ऐसे नेता का इस तरह का व्यवहार यह दर्शाता है कि वे प्रधानमंत्री मोदी को कितना सम्मान देते हैं। यह भारत-इथियोपिया रिश्तों की गहराई को साफ दिखाता है। यहीं नहीं अबी अहमद ने पीएम मोदी के वापसी के दौरान खुद कार ड्राइव कर एयरपोर्ट तक छोड़ने गए। जब एयरपोर्ट पर पीएम मोदी अपनी प्लेन पर चढ़कर अभिवादन किए तब तक अबी अहमद वहां खड़े थे और हाथ जोड़कर पीएम मोदी का अभिवादन का जवाब दिया। जो गौरवान्वित करने वाला क्षण था।
इथियोपिया की राजकीय यात्रा पूरी होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ओमान के लिए रवाना हुए। खास बात यह रही कि विदाई के समय भी प्रधानमंत्री अबी अहमद खुद अपनी कार से PM मोदी को एयरपोर्ट छोड़ने पहुंचे और विमान में सवार होने से पहले व्यक्तिगत रूप से विदा किया।
यह दौरा दिखाता है कि आज की कूटनीति सिर्फ समझौतों और बैठकों तक सीमित नहीं है। आपसी सम्मान, भरोसा और इंसानी रिश्ते भी उतने ही अहम हैं। इथियोपिया में जो हुआ, वह इसी बदली हुई कूटनीति की मिसाल है।
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