Photos ग्रीस दौरे पर पीएम मोदी ने गिफ्ट किया मेघालय का शॉल और तेलंगाना के अनोखे बिदरी कला का वेस

Published : Aug 25, 2023, 08:39 PM IST
PM Modi Greece Visit

सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीस की राष्ट्रपति कैटरीना साकेलारोपोउलो से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने पीएम किरियाकोस मित्सोतकीस और उनकी पत्नी मारेवा ग्रैबोस्की मित्सोतकीस भी बातचीत की। 

PM Modi Greece Visit: पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर ग्रीस पहुंचे। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में तीन दिवसीय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री एथेंस पहुंचे। यहां पहुंचने पर पीएम मोदी ने अपने काउंटरपार्ट को कई अनोखे गिफ्ट्स दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीस की राष्ट्रपति कैटरीना साकेलारोपोउलो से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने पीएम किरियाकोस मित्सोतकीस और उनकी पत्नी मारेवा ग्रैबोस्की मित्सोतकीस भी बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों काउंटरपार्ट से मुलाकात के दौरान कीमती गिफ्ट भी दी।

डोकरा आर्ट को ग्रीस पीएम को गिफ्ट

पीएम नरेंद्र मोदी ने ग्रीस यात्रा के दौरान पीएम किरियाकोस मित्सोतकीस और उनकी पत्नी मारेवा ग्रैबोस्की मित्सोतकीस से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने काउंटरपार्ट पीएम किरियाकोस मित्सोतकीस को डोकरा आर्ट गिफ्ट किया। डोकरा आर्ट, प्री-हिस्टोरिक आर्ट फार्म है। यह एक डांसिंग गर्ल की कलाकृति है जो मोहनजो-दारो और हडप्पा की खुदाई में मिले थे। यह एक आकर्षक कला है जिसे डोकर डामर नामक खानाबदोश जनजातियों के नाम पर रखा गया। यह जनजाति सेंट्रल और पूर्वी भारत में पायी जाती है। इस कला की कॉमन थीम में हिंदू देवी-देवताओं और विभिन्न जानवरों को उकेरा जाता है। यह आर्टपीस छत्तीसगढ़ के कलाकार बनाते हैं।

पीएम मोदी ने ग्रीस प्रधानमंत्री की पत्नी को दिया मेघालय का शॉल

पीएम मोदी ने इस मुलाकात के दौरान ग्रीस प्रधानमंत्री की पत्नी को मेघालय का बुना हुआ स्पेशल शॉल भेंट किया। मेघालय का शॉल विशेष रूप से खासी और जयंतिया रॉयल्स के लिए बुना जाता है। यह शॉल पॉवर और स्टेटस की पहचान है। इस शॉल को रॉयल परिवारों के सदस्य विशेष आयोजन पर ओढ़ते हैं।

बिदरी कला का अनोखा नमूना है बिदरीवेस

पीएम मोदी ने ग्रीस की राष्ट्रपति कैटरीना साकेलारोपोउलो से मुलाकात के दौरान बिदरी वेस को गिफ्ट किया। बिदरी वेस 500 साल पुरानी फ़ारसी भाषा का एक विशुद्ध भारतीय आविष्कार है जो विशेष रूप से बीदर तक ही सीमित है। बिड्रिवेस को जिंक, कॉपर और गैर लोहा के धातु से बनाया जाता है। ढलाई पर सुंदर पैटर्न उकेरे गए हैं और शुद्ध चांदी के तार से जड़े गए हैं। फिर ढलाई को बीदर किले की विशेष मिट्टी से ऑक्सीडाइज किया जाता है। इसके कारण जिंक मिश्र धातु चमकदार काले रंग में बदल जाती है जिससे चांदी की परत काले रंग की पृष्ठभूमि के साथ आश्चर्यजनक रूप से विपरीत हो जाती है। भारत में चांदी की नक्काशी सदियों पुरानी शिल्पकला है। पैटर्न पहले कागज पर बनाए जाते हैं और फिर चांदी की शीट पर स्थानांतरित किए जाते हैं। चांदी की चादरों को हथौड़े और बारीक औजारों से पीटकर आकार दिया जाता है। वस्तु को आकर्षक बनाने के लिए फाइनल टचिंग, पॉलिशिंग, बफ़िंग की जाती है।

यह भी पढ़ें:

G20 Summit के लिए भारत नहीं आएंगे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, क्रेमलिन ने बताई वजह

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

भिखारी पाकिस्तान की एयरलाइंस को क्यों खरीदना चहती है Asim Munir की सेना?
भारतीय टेक कर्मचारियों के लिए डोनाल्ड ट्रंप का सबसे SHOCKING डिसीजन, होगा बड़ा नुकसान!