श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर, राष्ट्रपति गोटबाया का विपक्ष को सरकार में शामिल होने का न्योता

श्रीलंका में आर्थिक संकट के बाद जनता सड़कों पर है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर इस्तीफा दे चुके हैं। राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को छोड़कर रविवार को 26 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा दे दिया लेकिन जनता का आक्रोश राजपक्षे परिवार के खिलाफ कम नहीं हो रहा है।

Dheerendra Gopal | Published : Apr 4, 2022 9:01 PM IST

कोलंबो। संकटग्रस्त श्रीलंका (Sri Lanka Crisis) के राष्ट्रपति सचिवालय के पास बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। पूरे श्रीलंका मंत्रिमंडल के इस्तीफे के अगले दिन सोमवार को सड़कों को अवरुद्ध कर दिया गया है। हजारों लोगों को देर शाम को सड़क पर आ गए। प्रदर्शनकारी सड़कों पर खड़े होकर पोस्टर लहराते और ढोल की थाप पर नारे लगा रहे हैं। दरअसल, राजधानी कोलंबो (Colombo) में स्थित सचिवालय के बाहर की सड़क यहां की अच्छी रोशनी वाली जगहों में से एक है।

पीएम और राष्ट्रपति को छोड़कर पूरे मंत्रिमंडल ने दिया इस्तीफा

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कर्फ्यू के बावजूद बढ़ रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच रविवार को श्रीलंकाई कैबिनेट ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksha) और उनके बड़े भाई प्रधान मंत्री महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksha) को छोड़कर सभी 26 मंत्रियों ने पद छोड़ दिया।

श्रीलंका के केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने भी छोड़ा पद

सोमवार की सुबह, श्रीलंकाई केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने अपने इस्तीफे की घोषणा की। अजित काबराल (Ajit Kabral) ने कहा कि बढ़ते आर्थिक संकट से निपटने के लिए नए प्रशासन के लिए रास्ता बनाने के लिए कैबिनेट छोड़ने के बाद उन्होंने पद छोड़ दिया।

राजपक्षे परिवार के प्रति लोगों का गुस्सा बढ़ रहा

श्रीलंका में राजपक्षे परिवार के खिलाफ जनता का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। गुस्से को देखते हुए ही पूरे कैबिनेट ने इस्तीफा दिया था लेकिन इसका कोई विशेष असर नहीं है। राजपक्षे परिवार को हटाने की मांग को लेकर रविवार को पूरे द्वीप राष्ट्र में हजारों लोगों ने सप्ताहांत के कर्फ्यू का उल्लंघन किया था। आपातकाल की घोषणा के बाद शनिवार को लगाया गया 36 घंटे का कर्फ्यू हटा लिया गया है।

देश में बढ़ते संकट के बाद लोगों को बढ़ा गुस्सा

बदहाल आर्थिक स्थिति के दौरान सरकार की नाकामी से लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है। यहां महंगाई चरम पर है। लोग खाने-पीने की वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों से परेशान हैं। ईधन का सर्वथा अभाव है। ईधन की किल्लत की वजह से पूरे देश में ब्लैक आउट की स्थिति है। यातायात बाधित हो चुका है। जीवन रक्षक दवाएं अनुपलब्ध हो गईं।

सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर लगाया रोक

सरकार ने फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और यूट्यूब सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक पहुंच को रोक दिया था। हालांकि, पीएम के बेटे नमल राजपक्षे द्वारा इसके खिलाफ बोलने के बाद रविवार दोपहर को प्रतिबंध हटा लिया गया था।

राष्ट्रपति ने विपक्ष को भी सरकार में शामिल होने का दिया निमंत्रण

राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने संसद की वैधता और स्थिरता बनाए रखने के लिए चार मंत्रियों को नामित किया है जब तक कि एक पूर्ण मंत्रिमंडल की नियुक्ति नहीं हो जाती। उन्होंने विपक्षी सदस्यों को एकता सरकार में शामिल होने के लिए भी कहा है। विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने श्रीलंका की यथासंभव मदद करने की अपील करते हुए कहा कि यह हमारी मातृभूमि है, हमें अपनी मातृभूमि को बचाने की जरूरत है।

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