
नई दिल्ली. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कह, सबसे पहले मैं यूरोप में कोरोना वायरस के कारण हुई क्षति के लिए संवेदना प्रकट करता हूँ। आप की तरह मैं भी भारत और EU के सम्बन्धों को और विस्तृत और गहरा बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
- उन्होंने कहा, भारत और EU 'नेचुरल पार्टनर' हैं। हमारी साझेदारी विश्व में शांति और स्थिरता के लिए भी उपयोगी है। यह वास्तविकता आज की वैश्विक स्थिति में और भी स्पष्ट हो गयी है।
"दीर्घकालिक चुनौतियां हम दोनो के लिए प्राथमिकता"
पीएम मोदी ने कहा, तत्कालीन चुनौतियों के अलावा जलवायु परिवर्तन जैसे दीर्घकालिक चुनौतियां भी हम दोनों के लिए ही प्राथमिकता हैं। भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने के हमारे प्रयत्नों में हम यूरोप के निवेश और प्रौद्योगिकी को आमंत्रित करते हैं।
"हमारे संबन्धों को गति मिलेगी"
उन्होंने कहा, मैं आशा करता हूं कि इस वर्चुअल समिट के माध्यम से हमारे संबन्धों को गति मिलेगी। मैं आपसे बात करने के इस अवसर के लिए पुनः प्रसन्नता व्यक्त करता हूं। पीएम ने कहा, हमें भारत-यूरोपियन यूनियन को लॉन्ग टर्म स्ट्रैटिजिक प्रॉस्पेक्टिव अपनाना चाहिए। साथ ही, एक ऐक्शन ओरियेंटेड अजेंडा बनाना चाहिए जिसे निर्धारित समय में कार्यान्वित किया जा सके।
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