न्यूयॉर्क। रूस और यूक्रेन के बीच हो रही लड़ाई के न्यूक्लियर वॉर (Nuclear War) में बदलने का खतरा बढ़ रहा है। रूस ने एक बार फिर अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को परमाणु हमला करने की चेतावनी दी है।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि कुछ दिन पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि वह अमेरिका और उसके सहयोगियों की धमकियों का परमाणु हथियारों से जवाब देने पर विचार करेंगे। वाशिंगटन डीसी अपने 'आत्मघाती कदम' के लिए तैयार रहे।
दरअसल, 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से नाटो और क्रेमलिन के बीच तनाव बहुत अधिक बढ़ गया है। अमेरिका और उसके सहयोगी लगातार मास्को के साथ सीधे संघर्ष के संकेत दे रहे हैं। इसके जवाब में पुतिन कीव और उसके पश्चिमी सहयोगियों के खिलाफ परमाणु हमले की धमकी दे रहे हैं।
लावरोव ने संयुक्त राष्ट्र में कहा, "रूस को रणनीतिक रूप से हराने करने का लक्ष्य घोषित किया गया है। यह लगभग वैसा ही जैसा लंदन और वाशिंगटन ने मई 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के अंत से पहले ही सोवियत संघ के विनाश के लिए 'ऑपरेशन अनथिंकेबल' विकसित करने की योजना बनाई थी। उस समय यह गुप्त था। आज के एंग्लो-सैक्सन रणनीतिकार अपने इरादे छिपाते नहीं हैं। वे अवैध नव-नाजी कीव शासन के हाथों रूस को हराने की उम्मीद करते हैं। वे यूरोप को आत्मघाती उद्यम में कूदने के लिए तैयार कर रहे हैं।
पारंपरिक हमला होने पर भी रूस कर सकता है न्यूक्लियर अटैक
बता दें कि बुधवार को पुतिन ने रूस के परमाणु सिद्धांत में बदलाव किए थे। इसमें बड़े पैमाने पर मिसाइल हमले या ड्रोन हमले का जवाब देना शामिल है। रॉयटर्स के अनुसार 2020 के परमाणु सिद्धांत के अनुसार रूस किसी दुश्मन द्वारा परमाणु हमला या राज्य के अस्तित्व को खतरा पहुंचाने वाले पारंपरिक हमले की स्थिति में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।
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