जिस 'युद्ध' के चक्कर में निपट गए इमरान खान, उसी में 'घी डालने कूद पड़ा पाकिस्तानी मूल का ये ब्रिटिश अरबपति

Published : May 19, 2022, 12:10 PM ISTUpdated : May 19, 2022, 02:45 PM IST
जिस 'युद्ध' के चक्कर में निपट गए इमरान खान, उसी में 'घी डालने कूद पड़ा पाकिस्तानी मूल का ये ब्रिटिश अरबपति

सार

यह बेहद चौंकाने वाली खबर है कि जिस 'रूस-यूक्रेन युद्ध' में इमरान खान को अपनी सरकार गंवानी पड़ी, उसी में पाकिस्तान का एक अरबपति खासी दिलचस्पी ले रहा है। पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश बिजनेसमैन और यूक्रेन के प्रमुख मीडिया हाउस कीव पोस्ट(Kyiv Post) के पूर्व पब्लिशर मोहम्मद जहूर(Mohammad Zahoor) ने यूक्रेनी वायुसेना को 2 लड़ाकू जेट खरीदने में मदद की है। 

वर्ल्ड न्यूज डेस्क. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) को 19 मई को 85 दिन हो चले हैं। इस बीच बेहद चौंकाने वाली खबर है कि जिस 'रूस-यूक्रेन युद्ध' में इमरान खान को अपनी सरकार गंवानी पड़ी, उसी में पाकिस्तान का एक अरबपति खासी दिलचस्पी ले रहा है। पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश बिजनेसमैन और यूक्रेन के प्रमुख मीडिया हाउस कीव पोस्ट(Kyiv Post) के पूर्व पब्लिशर मोहम्मद जहूर(Mohammad Zahoor) ने यूक्रेनी वायुसेना को 2 लड़ाकू जेट खरीदने में मदद की है। इसके पीछे उनकी मंशा क्या है, इसका खुलासा नहीं हुआ है। बता दें कि फरवरी में जब रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ था, तब वजीरे आजम (Prime minister) की हैसियत से इमरान खान((Imran Khan) रूस के दौरे पर जा पहुंचे थे। यह बात अमेरिका को नागवार गुजरी और पाकिस्तान में ऐसे राजनीतिक हालात पैदा किए गए कि उनकी सरकार गिर गई। इमरान खान ने खुद इस बात को स्वीकार किया था कि पश्चिमी देश की हस्तक्षेप से उनकी सरकार गिर गई।

अपने 45वें जन्मदिन पर जहूर की बीवी ने किया खुलासा
मोहम्मद जहूर ने यूक्रेन को दी इस मदद को गुप्त रखा था। हालांकि उन्होंने यह राज़ खोलने से अपनी बीवी को नहीं रोका। अपने 45वें जन्मदिन पर जहूर की बीवी कमालिया जहूर (Kamaliya Zahoor) ने 18 मई को यूक्रेनी टेलिविजन शो में इसका खुलासा किया। कमालिया ने कहा-“जहूर ने मुझे यह बताने के लिए हरी झंडी दी है। उन्होंने यूक्रेन को दो फाइटर जेट दिए और यूक्रेन की मदद की।" बता दें कि कमालिया यूक्रेन के लुहांस्क मूल की गायिका और अभिनेत्री हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि मीडिया ने जब जहूर को इसकी पुष्टि करने के लिए ईमेल किया, तो उन्होंने कोई रिप्लाई नहीं किया। यह अलग बात है कि जहूर अब ब्रिटेन में जाकर बस चुके हैं और उनका देश कीव के साथ है। वर्तमान कीव पोस्ट प्रकाशक अदनान किवन(Current Kyiv Post publisher Adnan Kivan) ने 2018 में 35 लाख डॉलर में अंग्रेजी भाषा का यह प्रकाशन खरीदा था। वे यूक्रेन की रक्षा के लिए भी सहायता दे रहे हैं। आगे पढ़िए कुछ अन्य अपडेट

ऑस्ट्रेलियाई कंपनी करेगी मदद
ऑस्ट्रियाई कंपनी सुमी ओब्लास्ट में ट्रॉस्टियनेट्स के पुनर्निर्माण में मदद करेगी। ट्रॉस्टियनेट्स के मेयर यूरी बोवा(Trostianets Mayor Yuriy Bova) ने 18 मई को बताया कि ऑस्ट्रियाई कंपनी iC Consulenten ZT GmbH रूसी आक्रमण के बाद शहर के पुनर्निर्माण में मदद करेगी। मेयर के मुताबिक कंपनी ने इसे फ्री में करने का ऑफर दिया है। रूसी सीमा से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस शहर को 26 मार्च को यूक्रेनी सैनिकों द्वारा मुक्त कराया गया था। अमेरिका ने यूक्रेन को आपातकालीन खाद्य सहायता के रूप में अतिरिक्त 21.5 करोड़ डॉलर देने का ऐलान किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने 18 मई को कहा कि उन्हें यह भी उम्मीद है कि कांग्रेस मानवीय सहायता और खाद्य सुरक्षा के समर्थन में अतिरिक्त $5.5 बिलियन को अधिकृत(authorize) करेगी।

जापान करेगा दोगुनी मदद
इस बीच जापान ने यूक्रेन को दिया जाने वाला सहायता ऋण दोगुना कर 60 करोड़ डॉलर किया है। जापान के ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन एनएचके के अनुसार, जापान ने शुरू में पिछले सप्ताह $300 मिलियन का वादा किया था और अब यूक्रेन को कुल $600 मिलियन का ऋण प्रदान कर रहा है।

पोलैंड से गैसोलीन की मदद
पोलैंड यूक्रेन को 25,000 टन गैसोलीन(gasoline) भेजेगा। पोल्स्की रेडियो प्रसारण सेवा की रिपोर्ट के अनुसार अर्थव्यवस्था मंत्री यूलिया सिव्रीडेंको(Economy Minister Yuliia Svyrydenko ) ने 18 मई को कहा कि यूक्रेन को अगले सप्ताह से ईंधन मिलेगा।

नए सिरे से फंडिंग करेगा बुल्गारिया
बुल्गारिया यूक्रेनी शरणार्थियों की सहायता के लिए सुधार निधि(reform funding) को नए सिरे से प्लान करेगा।बुल्गेरियाई नेशनल रेडियो के अनुसार रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के कारण उत्पन्न मानवीय संकटों में सहायता के लिए लगभग $53 मिलियन आर्थिक मदद फिर से भेजी जाएगी।  इस बीच बाहरी यूरोपीय आयोग(external European Commission) अधिकांश यूक्रेनी शरणार्थियों की सहायता करने वाले यूरोपीय संघ के देशों को $260 मिलियन आवंटित कर रहा है। पोलैंड, रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और चेक गणराज्य को अपनी सीमाओं में रूस के युद्ध से भागने वालों के लिए भोजन, परिवहन और आश्रय के लिए सहायता के लिए 248 मिलियन यूरो प्राप्त होंगे।

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